नई दिल्ली। लोक जनशक्ति पार्टी के अंदर चल रहे सियासी उठापटक के बीच एक और बड़ा घटनाक्रम हुआ है। इस वक्त की बड़ी खबर दिल्ली से आ रही है। चिराग पासवान के खिलाफ बगावत करने वाले उनके चाचा पशुपति कुमार पारस और चचेरे भाई प्रिंस राज के साथ साथ तीन अन्य सांसदों को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने एलजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान इसकी घोषणा की है।
चिराग पासवान ने पार्टी से अलग गुट बनाने वाले सभी 5 सांसदों को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखाते हुए निष्कासित कर दिया है। इन सब के ऊपर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने और राष्ट्रीय नेतृत्व के खिलाफ साजिश करने का दोषी पाते हुए कार्यवाही की गई है।
उल्लेखनीय है कि चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस, सांसद चंदन सिंह, वीणा देवी, प्रिंस पासवान सहित पांच सांसदों ने 13 जून की रात पशुपति पारस को अपना नया नेता चुन लिया था। इसके बाद उन लोगों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से मिलकर उन्हें अलग मान्यता देने की मांग की थी। लोकसभा अध्यक्ष द्वारा पशुपति पारस को लोजपा संसदीय दल के नेता के रूप में कल 14 जून को मान्यता दे दी गई थी।