पटना। विगत दिनों आधुनिक चिकित्सा पद्धति पर बाबा रामदेव के द्वारा किए गए आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में डॉक्टरों का आक्रोश लगातार बढ़ रहा है. बीते दिनों काला बिल्ला लगाकर कार्य करने के बाद चिकित्सकों के द्वारा अनेक प्रदेशों में उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है. वहीं उनकी गिरफ्तारी को लेकर चिकित्सक अब 18 जून को एक दिवसीय ओपीडी सेवा को बाधित करेंगे.
आई एम ए के सारण जिलाध्यक्ष डॉक्टर एस के सिंह, सचिव डॉ नित्यानंद पाठक, पास्ट प्रेसिडेंट डॉक्टर शालिग्राम विश्वकर्मा एवं डॉक्टर मकेश्वर चौधरी ने संयुक्त रूप से बताया कि आई एम ए के केंद्रीय प्रतिनिधित्व के निर्देश पर जिला संगठन के द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि 18 जून को सरकारी एवं निजी स्तर पर सभी अस्पतालों के ओपीडी सेवा को बंद रखा जाएगा.
उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव द्वारा पिछले दिनों आधुनिक चिकित्सा विज्ञान, चिकित्सा पद्धति एवं सरकार द्वारा तय किए गए कोविड-19 प्रोटोकॉल पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने अपने बेतुका बयान से कोविड काल के दौरान शहीद चिकित्सकों का भी अपमान किया है. जिसको लेकर अनेक प्रदेशों में कई प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.
आईएमए से जुड़े इन चिकिसकों ने कहा कि पटना आईएमए के सचिव डॉ सुनील कुमार के द्वारा भी पटना नगर थाने में बाबा रामदेव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. जिसमें गवाहों का बयान दर्ज किया जा रहा है. साथ ही देश में चिकित्सकीय संस्थानों एवं चिकित्सकों के विरुद्ध लगातार बढ़ रही हिंसा को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है. जिसके तहत 18 जून को सुबह 8:30 बजे से लेकर 12:30 बजे तक सरकारी एवं निजी स्तर पर सभी अस्पतालों की ओपीडी सेवा को बंद रखी जाएगी और सभी चिकित्सक काला बिल्ला लगाकर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करेंगे.