छपरा। सारण जिले के मढ़ौरा थाना क्षेत्र में घर के दरवाजे पर सोए एक व्यक्ति की रात में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इसकी जानकारी घरवालों को सुबह में जागने के बाद हुई। मृतक मढ़ौरा थाना क्षेत्र के चैनपुर गांव निवासी स्व शंकर सिंह का 42 वर्षीय पुत्र गणेश सिंह बताया गया। इसकी जानकारी गुरुवार की सुबह मढ़ौरा थाने को लगी तो थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर आर के सिंह, अपर थानाध्यक्ष चौधरी, एसआई चंदेश्वरी यादव व दल बल के साथ मृतक के दरवाजे पर पहुंचे और हत्या मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने वहीं पर आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर शव को पोस्टमार्टम मे छपरा सदर अस्पताल भेज दिया। बताया जा रहा था कि घनी आबादी के बीचों बीच अपराधियों ने रात में दरवाजे पर सोए गणेश सिंह को कपाड़ मे गोली मारकर हत्या की है।
हत्या की भनक तक नहीं लगी बगल में सोए घरवालों को
वही इसकी भनक तक बगल मे सोए घरवालों को ऐन मौके पर नहीं पता चला, मृतक व्यक्ति सुबह में कुछ देर तक नहीं जगे तो घरावलों ने बिछावन पर लगे मच्छरदानी हटा कर देखा तो सर से खून निकला हुआ है और मरणासन्न अवस्था में है। तब रोना धोना सुनकर गांव वाले इकट्ठा होने लगे और क्षेत्र में उनको जानने वाले तक ख़बर आग की तरह फैली। इसके बाद मुखिया परमात्मा राय, पूर्व मुखिया बीरेंद्र राय समेत बड़ी संख्या में लोग घर पहुंचने शुरू हुए।
दो बार वार्ड सदस्य रह चुके थे
लोगों ने बताया कि काफ़ी मिलनसार व्यक्ति थे और पूर्व मे दो बार वार्ड सदस्य भी चुने गए थे। सामाजिक कार्यों मे बढ़ चढ़कर भाग लेने से क्षेत्र में काफी लोकप्रिय व्यक्ति की तौर पर उनकी पहचान थी। उनके परिवार में उनकी पत्नी, दो पुत्र और एक पुत्रियां हैं। वहीं छोटा भाई प्रदेश में रहता एवं कामाता-खाता हैं।
पिता की भी 34 वर्ष पहले हुई थी हत्या
ग्रामीणों में दबे जुबान मृतक गणेश सिंह के पिता शंकर सिंह की हत्या की चर्चा है। मिली जानकारी के अनुसार 34 वर्ष पहले मृतक गणेश सिंह के पिता शंकर सिंह की भी अपराधियों ने धारदार हथियारों से काटकर हत्या क्षेत्र में टेहटी नदी पुल के पास किया था और उनका शव सड़क किनारे चंवर के पास से फेंकी हुईं अवस्था में बरामद हुआ था। कहा जाता है कि मृतक के दादा राजेंद्र सिंह ने उस समय में किसी को नामजद आरोपी नहीं बनाया था। कहा जाता है कि उस वक्त मृतक गणेश सिंह की उम्र 7-8 वर्ष के आसापास होगी और अब फिर 34 साल बाद परिवार के सदस्य की हत्या से लोगों में इसको लेकर चर्चा छिड़ा है।