West Bengal Violence : (कोलकाता). पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा के मामले में तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष अनारूल हुसैन को गिरफ्तार कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि अनारूल हुसैन की गिरफ्तारी के आदेश खुद सीएम ममता बनर्जी द्वारा दिया गया है. पीड़ित परिवारों द्वारा लगातार अनारूल हुसैन के विरुद्ध आरोप लगाए जा रहे थे। सीएम ममता बनर्जी के आज बीरभूम दौरे के दौरान भी पीड़ित परिवारों द्वारा बार बार अनारूल का नाम लिया जा रहा था जिसके बाद ममता बनर्जी ने उसकी गिरफ्तारी के आदेश दिए.
कौन है अनारुल हुसैन?
अनारुल हुसैन पहले कांग्रेस में थे. तृणमूल कांग्रेस का गठन हुआ तो वह उसमें शामिल हो गए. अनारुल को कथित तौर पर राज्य विधानसभा में डिप्टी स्पीकर और बीरभूम के विधायक आशीष बनर्जी का करीबी माना जाता है. तृणमूल कांग्रेस की तरफ से उन्हें ब्लॉक अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है. बगतुई गांव उन्हीं के अंडर में आता है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ितों ने ममता को बताया कि तृणमूल के पंचायत स्तर के नेता भादू शेख की कथित हत्या के बाद जब लोगों ने बगतुई गांव में धावा बोला तो उन्होंने अनारुल हुसैन से फोन पर संपर्क करने की बार बार कोशिश की थी. लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और न ही पुलिस को मदद के लिए भेजा. अब पुलिस जांच करेगी कि अनारुल ने आखिर ऐसा क्यों किया था.
ममता ने दिये थे गिरफ्तारी के आदेश
बीरभूम जिले के रामपुरहाट इलाके के बगतुई गांव में मंगलवार को हुई घटना के बाद से ही अनारुल हुसैन का नाम चर्चा में है. पीड़ित परिवार तभी से अनारुल का नाम ले रहे थे. गुरुवार को सीएम ममता बनर्जी जब घटनास्थल का दौरा करने आईं, तब भी पीड़ितों ने उनसे अनारुल के बारे में जिक्र किया. इसके बाद ममता ने अनारुल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को निर्देश दिए थे.
ममता बनर्जी ने इस दौरान स्थानीय पुलिस को भी फटकार लगाई. उनका कहना था कि अगर पुलिस ने तुरंत कदम उठाए होते तो शायद ये घटना नहीं होती. पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई. इसके लिए उन्होंने रामपुरहाट थाने के इंस्पेक्टर त्रिदीप प्रमाणिक को सस्पेंड करने का आदेश दिया था.