Panchayat Chunav: बिहार में पंचायत चुनाव संपन्न हो गए हैं। अब बारी है प्रखंड प्रमुख और जिला परिषद अध्यक्ष के चुनाव की। इन पदों के लिए मतदाताओं द्वारा डायरेक्टर मतदान नहीं होता बल्कि पंचायत समिति सदस्य प्रमुख का और जिला परिषद सदस्य ज़िप अध्यक्ष का चुनाव करते हैं।
हालांकि, सारण जिला में अंदरखाने की खबर यह है कि इन पदों पर बैठने के लिए हर तरह की तिकड़मबाजी, मोल-तोल, बड़े राजनेताओं की चरणवंदना का दौर शुरू हो चुका है।
ग्रामीणों की मानें तो नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधि, जिन्होंने अभी शपथ ग्रहण भी नहीं किया है, उनके द्वारा मोल-तोल का दौर शुरू कर दिया गया है। भीषण पड़ रही ठंड में जिला परिषद अध्यक्ष व प्रखंड प्रमुख चुनाव की सरगर्मी बढ़ी हुई है। सारण के राजनैतिक आकाओं के पास बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। इन पदों के दावेदार एक एक सदस्य पर नजर बनाए हुए हैं।
सारण में 18 दिसंबर के बाद जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष, ग्राम पंचायत के उप मुखिया, उपसरपंच के निवार्चन की प्रक्रिया शुरू होगी, जैसा कि सूत्रों ने बताया है। इसके लिए निवार्चित पंचायती राज जनप्रतिनिधियों को तीन दिन की नोटिस देने के बाद निवार्चन की तारीख का निधारण किया जाएगा।
पंचायत समिति के सदस्यों को प्रखंड प्रमुख और प्रखंड उपप्रमुख के लिए तथा जिला परिषद सदस्यों को जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के निवार्चन के लिए सात दिनों पहले नोटिस दी जाएगी।
अभी इनके चुनाव की तिथियां घोषित भी नहीं हुई है और जीते हुए सदस्यों ने इमानदारी और निष्ठा पूवर्क सेवा करने की शपथ भी नहीं ली है कि मोलतोल का दौर शुरू हो गया है। ग्रामीण सूत्रों का साफ कहना है कि कहीं चार पहिया की बात चल रही है तो कहीं लाख- दो लाख की बात चल रही है। ऐसे में पूरे चुनाव के दौरान ईमानदारी का ढोंग रचने वाले कई जीते हुए प्रतिनिधियों का पोल भी खुलने लगा है।
आयोग जल्द जारी करेगा गजट, इधर खरीद-फरोख्त का बन रहा है बजट!
पंचायत चुनाव के 11वें चरण की वोटिंग बीते रविवार को और मतगणना मंगलवार व बुधवार को समाप्त हो गई है। अब राज्य निवार्चन आयोग पंचायत चुनाव में सभी निवार्चित जनप्रतिनिधियों के नाम गजट में प्रकाशित करेगा। आयोग ने सभी जिलों के निवार्चित जनप्रतिनिधियों के नामों के प्रकाशन के लिए 18 दिसंबर की तारीख निधार्रित कर दिया है।
गजट में अधिसूचना जारी होने के बाद जनप्रतिनिधयों का शपथ ग्रहण संपन्न होगा। साथ ही जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, प्रखंड प्रमुख व उप प्रमुख, उप मुखिया व उप सरपंच के निवार्चन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। अभी यह सब तैयारी चल ही रही है कि जिले के राजनीतिक आका गजट के बाद सदस्यों के खरीद-फरोख्त में खर्च होने वाले बजट तैयार करने लगे हैं।