Pashu Credit Card: किसानों के हित में सरकार की कई योजनाएँ संचालित है। इसी के तहत अब वैसे किसान जो पशु पालक भी है या जो केवल पशु पालक है वैसे लोगों के लिए एक त्वरित लाभ वाली योजना शुरू की है जिसकी सारण में शुरूआत शीघ्र ही संपूर्ण क्रांति के प्रणेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण की पावन भूमि सिताब दियारा से होगा।
उक्त बात बतलाते हुए सारण सांसद सह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रुडी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ग्रामीणों के जीवन स्तर सुधारने, किसानों और पशु पालकों की आमदनी और जीवन स्तर बढ़ाने के लिए इस योजना को मूर्त रूप दिया गया। केंद्र सरकार की पशु किसान क्रेडिट कार्ड की यह योजना पशु पालकों के लिए शीघ्र फलदायी होगी।
इसके तहत बिना गारंटी के भी ऋण देने की व्यवस्था हैं और चुकता करने के लिए अत्यंत कम ब्याज दर की व्यवस्था की गई है। मालूम हो कि इस संदर्भ में योजना की शुरूआत सारण में करने से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला ने सारण सांसद रुडी के सरकारी आवास पर उनसे मुलाकात की और विचार किया।
सांसद रुडी ने बताया कि सारण में शीघ्र ही इस योजना की शुरूआत सिताब दियारा से की जायेगी जिसका शुभारंभ केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला करेंगे। सारण सांसद ने बताया कि उन्होंने बताया, इस योजना के अंतर्गत गाय, भैंस, बकरी, सूअर, मुर्गी, डेरी एवं अन्य पशुओं का पालन करने वाले पशु पालकों को 1 लाख 60 हजार तक की किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा बगैर किसी गारंटर के प्राप्त हो सकेगी, पशु पालक को केवल पशु पालन कार्य करना पर्याप्त है।
कार्ड धारक पशुओं की संख्या के हिसाब से अपनी क्रेडिट लिमिट भी बढ़वा सकते हैं। रुडी ने बताया कि पशु किसान क्रेडिट कार्ड की शर्ते किसान क्रेडिट कार्ड की तरह ही है। इस योजना के अंर्तगत अधिकतम 3 लाख रुपए तक की रकम क्रेडिट कार्ड के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है। इस रकम का उपयोग गाय, भैंस, बकरी और मुर्गी पालन के लिए उपयोग किया जा सकता है।
3 लाख रुपए में से 1.60 लाख रुपए तक की राशि प्राप्त करने के लिए कोई भी गारंटी देने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि सारण के प्रत्येक किसान को इस योजना से लाभान्वित किया जायेगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री रुडी ने कहा कि पशुपालन लाभदायक व्यवसाय नहीं रह गया था जिसके कारण अधिकतर किसान पशुपालन से परहेज करने लगे।
वे केवल खेती-गृहस्थी के काम में ही लगे रहते थे। किसानों की आय को दोगुनी करने लिए संकल्पित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इसके मद्देनजर ऐसी योजना बनाई है कि फिर से किसान पशुपालन की ओर आकर्षित होंगे। इससे न केवल दूध का उत्पादन बढ़ेगा बल्कि डेयरी उद्योग के साथ-साथ मांस तथा अंडो पर आधारित उद्योग और उत्पादन भी फलेंगे-फूलेंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गांव में लोग खेती करने के साथ साथ पशु भी पालते है और कभी-कभी अपनी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए किसानों को अपने पशु बेचने पड़ते है और कभी पशु बीमार हो जाते है किसानों के पास पैसा न होने की वजह से वह उनका इलाज नहीं करवा पाते है। किसानों पशु पालकों की इन्हीं परेशानियों को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरूआत की है। इस योजना के माध्यम पशुपालन व्यवसाय में वृद्धि होगी