Farmers Problem: एक तरफ किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) 1 वर्ष से ज्यादा समय से चल रहा है तो दूसरी तरफ सरकार ने तीनों नए कृषि कानून वापस (New Farm Laws) ले लिए हैं। इन सबके बीच अब किसान संगठनों (Farmers organizations) ने एमएसपी पर कानून (Law on MSP) बनाए जाने सहित कुछ अन्य मांग रख दी है। वहीं, महाराष्ट्र के एक किसान का मामला सुर्खियां बटोर रहा है, जिसे 1123 किलो प्याज बेचने के बावजूद महज 13 रुपये की कमाई हुई है।
सर्दियों के मौसम के दौरान देश में प्याज की कीमतों में वृद्धि के बावजूद महाराष्ट्र के सोलापुर (Solapur) के एक किसान को 1,123 किलो प्याज बेचकर महज 13 रुपये की कमाई हुई। महाराष्ट्र (Maharashtra) के किसान नेताओं ने जहां इसे अस्वीकार्य बताया है, वहीं एक कमीशन एजेंट ने दावा किया कि खराब गुणवत्ता के कारण माल की कम कीमत लगाई गई है।
सोलापुर स्थित कमीशन एजेंट द्वारा दी की गई बिक्री रसीद अब सोशल मीडिया (Viral in social media) पर वायरल हो रही है। इस रसीद के मुताबिक महाराष्ट्र के एक किसान बप्पू कावड़े ने बाजार में 1,123 किलो प्याज भेजा और इसके बदले उसे केवल 1,665.50 रुपये मिले। इसमें खेत से कमीशन एजेंट की दुकान तक माल ले जाने की श्रम लागत, वजन करने का शुल्क और परिवहन खर्च शामिल है जबकि उत्पादन लागत 1,651.98 रुपये है। इसका मतलब है कि किसान ने केवल 13 रुपये कमाए।
कावड़े की बिक्री रसीद ट्वीट करने वाले स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के नेता और पूर्व लोकसभा सांसद राजू शेट्टी ने कहा, “कोई इन 13 रुपये का क्या करेगा। यह अस्वीकार्य है। किसान ने अपने खेत से कमीशन एजेंट की दुकान पर प्याज की 24 बोरी भेजी और बदले में उसने इससे सिर्फ 13 रुपये कमाए।”