Patna Pollution : पटना की हवा भी जहरीली (Air pollution in Patna) हो गई है। दिवाली के अगले दिन यानी शुक्रवार, 5 नवंबर 2021 को यहां हवा की गुणवत्ता तय मानकों से कई गुना खराब पाई गई है। यह यूं ही नहीं है बल्कि, पटनावासियों ने पिछले छह साल में सबसे अधिक पटाखे (Firecrackers) इस साल फोड़े हैं।
दिवाली के दिन वर्ष 2015 के बाद सबसे अधिक वायु प्रदूषित (Air pollution index) हुई है। छह साल पहले दीपावली की रात पटाखों के कारण शहर की हवा में मोटे धूलकण की मात्रा 1688 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर पायी गई थी।
वहीं, इस साल पटना की हवा में 1134 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर धूलकण मिले। इस बार मानक से 11 गुना अधिक धूलकण हवा में फैले। महीन धूलकण की मात्रा मानक से कई गुना अधिक पाई गई। धूलकण के अलावा सल्फरडाइ ऑक्साइड (Salphar Dioxide) की मात्रा में भी वृद्धि हुई है। नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (Nitrogen Dioxide) की मात्रा मानक के अनुरू रही। विशेषज्ञों के अनुसार महीन धूलकण मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे अधिक नुकसानदायक हैं।
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने इस बार दीपावली पर वायु और ध्वनि प्रदूषण का मैनुअली आंकड़ा भी जुटाया है। इसमें पाया गया कि पटना की हवा में धूलकण अधिक हैं। चार अस्थायी केंद्र पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र, बोरिंग रोड, कंकड़बाग और शास्त्रीनगर में जांच की गई।
- स्थान मोटा धूलकण(PM10.0) महीन धूलकण(PM2.5)
- तारामंडल 1134 ——-
- गांधी मैदान 924 552
- राजधानी वाटिका 976 668
- पटना सिटी 913 642
- एयरपोर्ट 832 796
- दानापुर 585 302
- मुजफ्फरपुर 709 622