Dhanbad Judge Murder Case : झारखंड के जज की मौत (Jharkhand Judge murder case) मामले में CBI के हाथ कुछ ऐसे साक्ष्य लगे हैं जिनके आधार पर झारखंड हाईकोर्ट में उसने बताया है कि उत्तम आनंद (Judge Uttam Anand) की हत्या की गई है। इसमें कुछ और लोग भी शामिल हैं। फिलहाल हर एंगल पर मामले की जांच जारी है।
हालांकि एजेंसी की तरफ से अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि हत्या के मुख्य साजिशकर्ता कौन हैं।
इस बीच सीबीआई (CBI) ने बुधवार को धनबाद के जज उत्तम आनंद Dhanbad judge murder case) की मौत के मामले में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। जांच एजेंसी ने आरोपी ऑटो चालक लखन वर्मा और उसके साथी राहुल वर्मा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।
एजेंसी ने यह भी कहा है कि मामले में आगे की जांच जारी है। हालांकि, CBI ने इस मामले में आरोपपत्र 90 दिनों के भीतर दायर किया है, ताकि ऐसा न हो कि दोनों आरोपियों को जमानत मिल जाए।
बता दें कि दोनों आरोपियों के ऊपर IPC की धारा 302 यानी हत्या, झूठी जानकारी और सबूत मिटाने की धारा 201और 34 कॉमन इंटेंशन के तहत मामला दर्ज किया गया था। सीबीआई ने अपनी जांच के दौरान हाइकोर्ट (Ranchi Highcourt) को जज की मौत को एक बड़ी साज़िश करार दिया था।
CBI ने अब जज की मौत के आरोप में गिरफ्तार ऑटो चालक लखन वर्मा और उसके साथी राहुल वर्मा के खिलाफ ही चार्जशीट (Chargesheet) दायर की है। जांच एजेंसी अभी मामले में आगे की जांच कर रही है। इस बीच CBI दोनों आरोपियों को 3 बार रिमांड पर ले चुकी है।
बताया जा रहा है कि CBI की जांच इस केस में रांची के होटवार जेल (Hotwar Jail) तक पहुंच गई है। होटवार में CBI लगातार दो दिनों तक आधा दर्जन से ज्यादा अपराधियों से पूछताछ कर चुकी है । इसमें होटवार में बंद रंजय सिंह हत्याकांड (Ranjay Singh murder case) के आरोपी नंद कुमार सिंह उर्फ मामा भी शामिल है।
घटना के बारे में बता दें कि जज को इसी साल 28 जुलाई को राज्य के धनबाद (Dhanbad) स्थित रणधीर वर्मा चौक के पास जॉगिंग करते समय एक भारी ऑटोरिक्शा ने टक्कर मार दी थी। ऑटो रिक्शा ड्राइवर तुरंत मौके से भाग गया था।
11 अक्तूबर को दिल्ली से सीबीआई की एक टीम ने ऑटो चालक लखन वर्मा और उसके साथी राहुल वर्मा को सीबीआई के न्यायिक मजिस्ट्रेट (Judicial Magistrate) और विशेष मजिस्ट्रेट अभिषेक श्रीवास्तव की अदालत में पेश किया था।
जज की मौत मामले की चल रही CBI जांच की झारखंड हाईकोर्ट मॉनिटरिंग कर रहा है। हर सप्ताह CBI कोर्ट में जांच की प्रगति रिपोर्ट पेश कर रही है।
घटना का वीडियो सामने आने के बाद इसे एक सोची समझी साजिश के तहत हत्या माना गया था। जिसकी जांच करते हुए इन दोनों आरोपियों को सबसे पहले झारखंड सरकार (Jharkhand Government) द्वारा गठित एसआईटी ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद सीबीआई ने जब अगस्त में जांच अपने हाथ में जांच ले ली थी।
जज की पत्नी ने हत्या का मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद उसकी जांच करते हुए आरोपियो का सीएफएसएल (CFSL) की गांधीनगर लैब में दो नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराया गया। दोनों पर ऑटोरिक्शा चोरी करने का आरोप लगाया गया था।
इस मामले की जांच करते वक़्त सीबीआई ने रांची हाइकोर्ट को बताया कि जज की हत्या जानबूझ कर की गई है और ये एक बड़ी साज़िश है जिसकी जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है।