दुर्गापूजा को लेकर जिला प्रशासन ने रख दी है शर्त, अगर ऐसा हुआ तो आयोजन पर लग जाएगी रोक, जान लीजिए

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पटना :बिहार के जिला प्रशासन ने इस वर्ष दुर्गापूजा के आयोजन पर प्रतिबंध नहीं लगाया है. पटना में धार्मिक, राजनीतिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन में छूट दी गई है. इस आलोक में इस बार दुर्गापूजा के आयोजन होंगे. पंडाल भी सजेंगे. लेकिन यदि कोरोना संक्रमण बढ़ता है तो जिला प्रशासन दुर्गापूजा के आयोजन पर रोक लगा सकता है. पूजा समिति को पंडाल और मूर्ति के लिए जिला प्रशासन से लाइसेंस लेना होगा. लाइसेंस में इस बार कोविड प्रबंधन के मानकों के अनुपालन की शर्त को भी जोड़ा जाएगा और जिला प्रशासन जब चाहे तब अनुमति को रद्द कर सकता है.

डीएम ने कहा कि दुर्गापूजा का आयोजन पूजा समितियां कर सकती हैं, क्योंकि राज्य सरकार की ओर से सभी प्रकार के धार्मिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित करने की इजाजत दी गई है. लेकिन जहां कार्यक्रम आयोजित होंगे, वहां सैनेटाइजर, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल जरूर रखना होगा.

बता दें कि दुर्गा पूजा को शुरू होने में अब 1 महीने का वक्त बचा है. 7 अक्टूबर से शुरू होकर 15 अक्टूबर तक चलने वाले दुर्गा पूजा में इस बार पुरानी रौनक रहेगी, लेकिन सैनेटाइजर, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल जरूर रखना होगा. राजधानी पटना की बात करें तो पटना के शहरी इलाकों में छोटे-बड़े कुल 100 से ज्यादा दुर्गा पूजा के पंडाल स्थापित होते हैं. जहां पर 10 दिनों तक मां की आराधना होती है. इस बार पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने आयोजन समितियों से छोटे स्तर पर पूजा आयोजित करने की अपील की है ताकि अगर अचानक से कोरोना के मामले बढ़ते है या तीसरी लहर आती है, तो संभावित लॉकडाउन जैसे खतरों को देखते हुए नुकसान ज्यादा ना हो.