Harish Rawat : पंजाब में चल रहे घमासान के बीच कांग्रेस महासचिव और पंजाब के पार्टी प्रभारी हरीश रावत ने शीर्ष नेतृत्व से उन्हें पंजाब की जिम्मेदारियों से मुक्त करने की मांग की है। उनका कहना है कि वे अब उत्तराखंड विधानसभा चुनाव पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। बता दें कि उत्तराखंड में भी पंजाब और उत्तर प्रदेश विधानसभा के साथ ही चुनाव है। रावत ने बुधवार, 20 अक्टूबर 2021 को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी। राहुल से मुलाकात के बाद रावत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने उत्तराखंड के बारे में चर्चा की है। उन्हें राज्य में आई प्राकृतिक आपदा के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही कांग्रेस अध्यक्ष से भी मिलेंगे।
इसके बाद उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट लिखकर बताया कि वह पंजाब की जिम्मेदारी से मुक्त होना चाहते हैं। अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि आज वह बड़ी ऊहापोह से उबर पाए हैं। एक तरफ जन्मभूमि के लिए उनका कर्तव्य है और दूसरी तरफ कर्मभूमि पंजाब के लिए उनकी सेवाएं हैं।
अपने फेसबुक पोस्ट में रावत ने लिखा, “मैं आज एक बड़ी उहापोह से उबर पाया हूंँ। एक तरफ जन्मभूमि के लिए मेरा कर्तव्य है और दूसरी तरफ कर्म भूमि पंजाब के लिए मेरी सेवाएं हैं, स्थितियां जटिलत्तर होती जा रही हैं। क्योंकि ज्यौं-जयौं चुनाव आएंगे, दोनों जगह व्यक्ति को पूर्ण समय देना पड़ेगा।”
उत्तराखंड की बाढ़ का जिक्र करते हुए रावत ने कहा कि वे अपनी जन्मभूमि को ज्यादा वक्त देकर उसकी सेवा करना चाहते हैं। रावत ने लिखा, ” कल उत्तराखंड में बेमौसम बारिश ने जो कहर ढाया है, मैं कुछ स्थानों पर जा पाया लेकिन आंसू पोछने मैं सब जगह जाना चाहता था। मगर कर्तव्य पुकार, मुझसे कुछ और अपेक्षाएं लेकर के खड़ी हुई। मैं जन्मभूमि के साथ न्याय करूं तभी कर्मभूमि के साथ भी न्याय कर पाऊंगा।”
रावत ने कहा, “मैं, पंजाब कांग्रेस और पंजाब के लोगों का बहुत आभारी हूंँ कि उन्होंने मुझे निरंतर आशीर्वाद और नैतिक समर्थन दिया। संतों, गुरुओं की भूमि, नानक देव जी व गुरु गोविंद सिंह जी की भूमि से मेरा गहरा भावात्मक लगाव है। मैंने निश्चय किया है कि, लीडरशिप से प्रार्थना करूं कि अगले कुछ महीने मैं #उत्तराखंड को पूर्ण रूप से समर्पित रह सकूं। इसलिए #पंजाब में जो मेरा वर्तमान दायित्व है, उस दायित्व से मुझे अवमुक्त कर दिया जाय।”
बता दें कि उत्तराखंड में बाढ़ के कारण हालात खराब हो गए हैं और लोगों को भारी परेशानी हो रही है। वहीं, पंजाब में कांग्रेस में घमासान चल रहा है। कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा और नवजोत सिंह सिद्धू के बगावती तेवरों के बीच चरनजीत सिंह चन्नी को नया मुख्यमंत्री बनाया गया है लेकिन बावजूद इसके वहां पार्टी की अंदरूनी उठापटक थमी नहीं है। रावत बहैसियत कांग्रेस महासचिव, पार्टी की ओर से पंजाब के प्रभारी हैं।