12 तरह के बीमारियों से बचाव के लिए दिया जाता है टीका;आरआई दिवस पर नियमित टीकाकरण पर विशेष जोर

कैरियर कोविड-19 जिलानामा ताज़ा खबर बिहार
SHARE

छपरा। जिले में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बीच अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए विभाग प्रयासरत है।आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं में सबसे महत्वूपर्ण कार्यक्रम नियमित टीकाकरण है। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को सुदृढ़ करने तथा इसके लक्ष्य को शत प्रतिशत हासिल करने के लिए विभाग प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि कार्यक्रम अंतर्गत 12 प्रकार की जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण किया जाता है। नियमित टीकाकरण के आच्छादन में गिरावट होने से जानलेवा बीमारियों के संक्रमण के बढ़ने की संभावना बनी रहती है। छूटे हुए बच्चों में वैक्सीन प्रीवेंटबल डिजिज के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।आरआई दिवस (बुधवार एवं शुक्रवार) को नियमित टीकाकरण का कार्य अनिवार्य रूप से कराया जाए।

नियमित टीकाकरण में तेजी लाने के लिए रणनीति विकसित करें:
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने निर्देश दिया है कि नियमित टीकाकरण में तेजी लाने के लिए रणनीति विकसित करें ताकि महामारी और संबंधित शमन गतिविधियों के कारण उभरने वाले टीकाकरण अंतराल को दूर किया जा सके। नियमित टीकाकरण (आरजे) के लिए विशिष्ट दिनों की पहचान की जानी चाहिए और गतिविधियों की योजना इस तरह से बनाई जानी चाहिए कि समय, कार्यबल की भागीदारी आदि के संबंध में आरआई का कोविड टीकाकरण गतिविधियों के साथ कोई ओवरलैप न हो।

यह भी पढे़ छपरा सदर अस्पताल में बनकर तैयार हुआ पीएसए ऑक्सीजन प्लांट,तीसरी लहर से निपटने को लेकर विभाग तैयार

शिशुओं का संपूर्ण टीकाकरण है जरूरी:
इस समय नवजात शिशुओं के भी स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। जिसमें उनका सम्पूर्ण टीकाकरण करा कर उन्हें भविष्य में होने वाली कई बीमारियों से सुरक्षा प्रदान की जा सके। बच्चे के जन्म पर बीसीजी, ओरल पोलियो वैक्सीन और हैपेटाइटस बी का टीका देना है। छह हफ्ते पर पेंटावेलेंट, 10 हफ्ते पर पेंटावेलेंट ओपीवी टू , रोटावायरस टू,14 हफ्ते पर पेंटावेलेंट, ओपीवी थ्री, रोटावायरस थ्री, आईपीवी टू, पीसीवी टू दिया जाना है। वहीं 9 से 12 महीनों पर खसरा और रूबेला वन टीका देना है। 16 से 24 महीनों पर खसरा, डीपीटी बूस्टर वन, ओपीवी बूस्टर और 5 से 6 साल पर डीपीटी बूस्टर टू का टीका देना है। इसके बाद 10 साल पर और 16 साल पर टेटनस एंड एडल्ट डिप्थीरिया की टीका दिया जाना है।