पटना। बिहार विधानसभा में मंगलवार को जातीय गणना की आर्थिक और सामाजिक रिपोर्ट पेश किया गया। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि किस वर्ग और किस जाति में कितनी गरीबी है। रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में पिछड़ा वर्ग के 33.16%, सामान्य वर्ग में 25.09%, अत्यंत पिछड़ा वर्ग में 33.58%, SC के 42.93% और ST 42.7% गरीब परिवार है।
बिहार में किस वर्ग के पास कितनी आय
वहीं, सामान्य वर्ग में लगभग 25 फीसदी आबादी की मासिक आय 6 हजार रुपये तक है तो 23 फीसदी आबादी की मासिक आय 6 से 10 हजार है। 19 फीसदी आबादी की मासिक आय 10 हजार से 20 हजार के बीच है। 16 फीसदी आबादी की मासिक आय 20 हजार से 50 हजार रुपये के बीच है। वहीं, 9 फीसदी आबादी की मासिक आय 50 हजार से अधिक है।
पिछड़ा वर्ग की आय
पिछड़ा वर्ग में 33 फीसदी आबादी की मासिक आय 6 हजार रुपये तक हैं। पिछड़ा वर्ग में 29 फीसदी आबादी की मासिक आय 6 से 10 हजार रुपये तक है। पिछड़ा वर्ग में 18 फीसदी आबादी की मासिक आय 10 से 20 हजार रुपये तक है। वहीं, 10 फीसदी आबादी की मासिक आय 20 से 50 हजार रुपये है। पिछड़ा वर्ग में 4 फीसदी आबादी की मासिक आय 50 हजार से अधिक है।
अत्यंत पिछड़ा वर्ग की आय
अत्यंत पिछड़ा वर्ग की बात करें तो 33 फीसदी आबादी की मासिक आय 6 हजार रुपये तक है। वहीं, 32 फीसदी आबादी की मासिक आय 6 से 10 हजार रुपये तक है। अत्यंत पिछड़ा वर्ग में 18 फीसदी आबादी की मासिक आय 10 से 20 हजार रुपये है। 2 फीसदी आबादी की मासिक आय 50 हजार रुपये से अधिक है।
अनुसूचित जाति वर्ग की आय
अनुसूचित जाति वर्ग की बात करें तो 42 फीसदी आबादी की मासिक आय 6 हजार रुपये तक है। वहीं, 29 फीसदी आबादी की मासिक आय 6 से 10 हजार रुपये तक है। वहीं, 15 फीसदी आबादी की मासिक आय 10 से 20 हजार रुपये है। 5 फीसदी आबादी की मासिक आय 20 से 50 हजार रुपये तक है। 1 फीसदी आबादी की मासिक आय 50 हजार रुपये से अधिक है ।
अनुसूचित जनजाति वर्ग की आय
अनुसूचित जनजाति वर्ग में 42 फीसदी आबादी की मासिक आय 6 हजार रुपये तक है। अनुसूचित जनजाति वर्ग में 25 फीसदी आबादी की मासिक आय 6 से 10 हजार रुपये तक है। 16 फीसदी आबादी की मासिक आय 10 से 20 हजार रुपये तक है। 8 फीसदी आबादी की मासिक आय 20 से 50 हजार रुपये तक है। वहीं, 2.53 फीसदी आबादी की मासिक आय 50 हजार से अधिक है ।