बिहार: सवर्णों में सबसे गरीब भूमिहार, जातीय जनगणना में उठा पर्दा, जानिए अन्य जातियों का क्या है आंकड़ा

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पटना। बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र (Winter session of Bihar Legislature)के दूसरे दिन यानी आज (मंगलवार) को राज्य सरकार जातीय-आर्थिक सर्वे (State Government Ethno-Economic Survey) की विस्तृत रिपोर्ट सदन में पेश (presented in the house)कर रही है। संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी यह रिपोर्ट सदन पटल पर रख रहे हैं। इससे पहले सोमवार को विधानसभा और विधान परिषद की कार्यमंत्रणा समिति की अलग-अलग बैठक हुई। इसमें मंगलवार को रिपोर्ट पेश करने का निर्णय लिया गया।

जातीय सर्वे की आर्थिक रिपोर्ट में के अनुसार….
सामान्य वर्ग में सबसे अधिक गरीब भूमिहार समाज है।

भूमिहार 27 .58 फीसदी भूमिहार परिवार गरीब

ब्राह्मण 25 .36 फीसदी परिवार गरीब

राजपूत 24.89 फीसदी गरीब परिवार

कायस्थ 13.83 फीसदी गरीब परिवार

शेख 25.84 फीसदी गरीब परिवार

पठान (खान ) 22 .20 परिवार गरीब

सैयद 17.61 फीसदी गरीब परिवार

कुल मिला करा सामान्य वर्ग में 25.9 फीसदी परिवार गरीब

अन्य जातियों के आंकड़े :

जातिवार गरीबी के आंकड़े-
जाति गरीबों की संख्या
दुसाध, धारी, धरही 39%
चमार,मोची 42%
मुसहर 54%
पान, सवासी, पानर 36%
पासी 38%
धोबी, रजक 35%
भुइया 53%
चौपाल 39%
यादव 35%
कुशवाहा, कोइरी 34%
कुर्मी 30%
बनिया 24%
ब्राह्मण 25.32%
भूमिहार 27.58%
राजपूत 24.89%
कायस्थ 13.83%
शेख 25.84%
पठान (खान) 17.61%
तेली 29.87%
मल्लाह 34.56%
कानू 32.99%
धानुक 34.35%
नोनिया 35.88%
चंद्रवंशी (कहार) 34.08%
नाई 38.37%
बढ़ई 27.71%
प्रजापति (कुम्हार) 33.39%

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