वायु प्रदूषण के गंभीर दुष्परिणाम,’सार्थक’ की परिचर्चा में विशेषज्ञों ने व्यक्त की चिंता

जिलानामा ताज़ा खबर
SHARE

मधुबनी। जिला स्थित संस्था ‘सार्थक’ द्वारा वायु प्रदूषण के दुष्परिणाम विषयक सामान्य परिचर्चा आयोजित की गई। परिचर्चा का आयोजन मधुबनी शहर के चभच्चा चौक स्थित देवकी कॉन्प्लेक्स में किया गया। परिचर्चा की शुरुआत करते हुए ‘सार्थक’ के अध्यक्ष सीतेश कुमार मिश्रा ने वायु प्रदूषण के कारण एवं इसके दुष्परिणाम की ओर ध्यान आकृष्ट किया।

उन्होंने कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा एकल पर्यावरणीय स्वास्थ्य जोखिम है। वायु प्रदूषण के प्रभावों को कम करने के लिए तथा वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लागू राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का जिक्र किया और इन्हें स्थानीय स्तर पर लागू न होने पर चिंता व्यक्त की।

वहीं संस्था के सचिव एवं समाजसेवी रितेश कुमार ने परिचर्चा में हिस्सा लेते हुए वायु प्रदूषण के कारणों की विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषक गैस, कार्बन डाई ऑक्साइड, सल्फर ऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड के खराब परिणामों की विस्तार से चर्चा की। सचिव ने परिचर्चा को आगे बढ़ाते हुए वायु प्रदूषण के बारे में वर्णित अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए वायु प्रदूषण के कारण सालाना 4.21 मिलियन मौतों का जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि दुनिया में भारत में वायु प्रदूषण की वजह से सबसे ज्यादा मौत होने को एक बहुत बड़ी समस्या बताते हुए वक्ताओं ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट का भी जिक्र किया। आम जनों को इसके दुष्प्रभाव से बचाने एवं लोगों को इसके बारे में जागरूक करने हेतु संस्था के द्वारा किए जा रहे कार्यो की चर्चा की गई एवं उसको और ज्यादा बढ़ाने हेतु संकल्प लिया गया।

परिचर्चा में संस्था की कार्यकारिणी समिति के सदस्य उग्र नारायण मिश्र, कोषाध्यक्ष श्री सुभाष चंद्र ठाकुर, पंकज कुमार झा, रोहित कुमार झा आदि ने भी भाग लिया। परिचर्चा की अध्यक्षता एवं परिचालन संस्था के अध्यक्ष सीतेश कुमार मिश्रा ने किया।