मधुबनी। जगदीश नारायण ब्रह्मचर्य्याश्रम आदर्श संस्कृत महाविद्यालय, लगमा एवं जाह्नवी संस्कृत ई जर्नल के संयुक्त तत्त्वावधान में शनिवार को प्रतिभा व्याख्यान वल्लरी का आयोजन किया गया। पूर्व निर्धारित “दशरूपकाणि” विषय पर आमंत्रित वक्तृ केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, अगरतला की प्राध्यापिका डॉ.मंजूषा चन्ने ने अपनी व्याख्यान प्रस्तुत की । उन्होंने नाटक की संधि, अर्थप्रकृति तथा मुख्य नाट्यंगों का विवेचन करते हुए नाटकों के 10 भेदों का भी विस्तार से वर्णन किया। साथ ही समूह में उपस्थित प्रश्नों पर भी विचार-विमर्श कर समाधान दी ।
कार्यक्रम में महाविद्यालय लगमा के प्राचार्य विद्यावाचस्पति डॉ.सदानंद झा ने अतिथियों का वाचिक स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत प्राध्यापक रूपेश कुमार झा के मंगलाचरण से शुरू हुई। कार्यक्रम में जाह्नवी ई पत्रिका के संपादक डॉ. विपिन कुमार झा, मीडिया प्रभारी डॉ.रामसेवक झा ,यशस्विनी, डा. सरिता श्रीवास्तव, डॉ.त्रिलोक झा , डा .गीता शुक्ला सहित महाविद्यालय के छात्रगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में तकनीकी संचालक राहुल कश्यप ने किया ।
वहीं गोष्ठी का संचालन जाह्नवी संस्कृत ई जर्नल के प्रतिनिधि डॉ. मीनाक्षी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन साहित्य विभागाध्यक्ष डॉ.राघव कुमार झा ने किया । महाविद्यालय में छात्रों में गुणवत्ता सम्वर्द्धन के लिए प्रति शनिवार को इस तरह के गोष्ठी आयोजित करने का निर्णय लिया गया। संतोष झा के शान्तिमन्त्र से कार्यक्रम की सम्पूर्ति हुई ।