वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया के ऐलान में जानिए क्यों चयनकर्ताओं ने लिए कई चौंकाने वाले फैसले

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वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में टीम इंडिया की हार के बाद अब टीम को वेस्टइंडीज का दौरा करना है. इस दौरे पर टीम इंडिया टेस्ट, वनडे और टी20 तीनो प्रारूपों के मुकाबले खेलेगी. वेस्टइंडीज दौरे के लिए टेस्ट और वनडे टीम की आज बीसीसीआई ने घोषणा कर दी है. दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को टेस्ट टीम से ड्रॉप कर दिया गया है, वहीं तेज गेंदबाज उमेश यादव को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. टीम में युवा चेहरे यशस्वी जायसवाल, रुतुराज गायकवाड़ और मुकेश कुमार को मौका दिया गया है. वनडे फॉर्मेट में विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन की वापसी हुई है. साथ ही टेस्ट फ़ॉर्मेट में नवदीप सैनी भी टीम में वापसी कर रहे हैं.

टीम इंडिया की दीवार पुजारा का करियर खत्म ?

लगातार फ्लॉप रहने के बाद चेतेश्वर पुजारा को भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था. लेकिन इंग्लैंड में काउंटी में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उनकी बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट टीम में वापसी हुई. पुजारा ने सेंचुरी लगाकर इस बात का संकेत दिया कि वह एक बार फिर टीम इंडिया की दीवार बनने के लिए तैयार हैं. लेकिन वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में पुजारा प्रभाव छोड़ने में असफल रहे. इससे बढ़कर बात यह रही कि पुजारा के आउट होना तरीका सभी के लिए हैरान करने वाला रहा. पुजारा, असल में कभी भी पुजारा की तरह खेलते नहीं दिखे. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में वह सिर्फ 14 और 27 रन ही बना सके.

घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन का जायसवाल को मिला इनाम

बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने घरेलू क्रिकेट में कमाल का खेल दिखाया है. वहीं आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए भी उन्होंने शानदार खेल दिखाया. फर्स्ट क्लास क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने सिर्फ 26 पारियों में 80 के अधिक के औसत से रन बनाए हैं. वहीं आईपीएल 2023 में उन्होंने 625 रन बनाए. इस सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पांच बल्लेबाजों में उनका स्ट्राइक रेट सबसे ज्यादा रहा. उन्होंने 15 फर्स्ट क्लास मैचों की 26 पारियों में 1845 रन बनाए हैं जिनमें उनका औसत 80.21 का रहा है. 

रुतुराज गायकवाड़ की हुई वापसी

ऋतुराज गायकवाड़ के अंतरराष्ट्रीय करियर का पहले ही आगाज हो चुका है. साउथ अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने 19 रन बनाए थे. गायकवाड़ घरेलू क्रिकेट में महाराष्ट्र की टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं. उनका फर्स्ट-क्लास औसत 42.19 का है. 28 मैचों में उन्होंने कुल छह सेंचुरी लगाई हैं. गायकवाड़ की तकनीक बहुत अच्छी है.

सैनी-उनादकट को फिर मिला मौका

जयदेव उनादकट पर टीम इंडिया के मैनेजमेंट ने फिर भरोसा जताया है. उनादकट के पास फर्स्ट क्लास क्रिकेट का लंबा अनुभव है. जयदेव उनादकट बीते साल बांग्लादेश दौरे से हर भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा हैं. वेस्टइंडीज दौरे पर भी वह इकलौते बाएं हाथ के पेसर के तौर पर चुने गए हैं. वहीं सैनी की भी लंबे वक्त के बाद वापसी हुई है. हालांकि इन दोनों को कितने मौके मिलते हैं यह टीम प्रबंधन के लिए अहम सवाल होगा.

मुकेश को डेब्यू का इंतजार: 

मुकेश कुमार बीते काफी समय से भारतीय टीम प्रबंधन की निगाहों में हैं. वह इंग्लैंड में टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए भी चुने गए थे. आईपीएल में भी उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के लिए प्रभावी खेल दिखाया था. बिहार के रहने वाले मुकेश कुमार घरेलू क्रिकेट में बंगाल की ओर से खेलते हैं. 30 साल के तेज गेंदबाज मुकेश लाइन और लेंथ के लिए जाने जाते हैं. बंगाल ने बीते तीन सीजन में दो बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में जगह बनाई है और उसमें मुकेश का अहम रोल रहा है. वह इंडिया ए टीम का भी हिस्सा रहे हैं.