क्या आईपीएल की वजह से हारे WTC फाइनल, कप्तान रोहित शर्मा ने क्या कहा ?

खेल ताज़ा खबर राष्ट्रीय
SHARE

WTC Final 2023 : वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 209 रन से हरा दिया है. इसे लेकर फैंस आईपीएल के व्यस्त कार्यक्रम और एक फॉर्मेट से दूसरे फार्मेट में ढ़लने के लिए खिलाड़ियों को कम समय मिलने को भी एक कारण बता रहे हैं. भारतीय टीम को लगातार दूसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा, वहीं इस हार के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने तैयारियों के लिए पर्याप्त समय नहीं मिलने की बात कही. इसके अलावा उन्होंने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए तीन मैचों की सीरीज को बेहतर बताया.

रोहित शर्मा ने कहा, “हमने ICC इवेंट्स में बहुत सारे मैच खेले और जीते लेकिन फिर भी सफलता नहीं मिली, हमें आगे बढ़ने के लिए अलग तरह से खेलने और सोचने की जरूरत है. इस तरह के फाइनल को खेलने के लिए कम से कम 20-25 दिन की तैयारी की जरूरत होती है”.

रोहित शर्मा ने मैच के बाद प्रेस कॉफ्रेस में कहा कि हमारे पास ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में जल्दी आउट करने का मौका था, मगर हम वहां फायदा नहीं उठा सके. उन्होंने कहा कि ऐसे बड़े मैच की तैयारी के लिए 20-25 दिन का समय चाहिए. वहीं उन्होंने अगले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल को लेकर कहा कि फाइनल में तीन मैचों की सीरीज अगर होती है, तो वह बेहतर होगा. उन्होंने कहा कि दो साल की कड़ी मेहनत के बाद टीम फाइनल में पहुंचती है, यहां अगर तीन मैचों की सीरीज होती है तो वह अच्छा होगा.

उन्होंने कहा कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए जून ही क्यों, यह फरवरी- मार्च में भी आयोजित हो सकता है. उन्होंने कहा कि इंग्लैंड के अलावा किसी अन्य देश में भी इसका आयोजन किया जा सकता है.

बता दें कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 444 रनों के लक्ष्य के सामने भारतीय पारी बुरी तरह बिखर गई और 234 के स्कोर पर सिमट गई। इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने यह मुकाबला 209 रनों के अंतर से जीत लिया।

इस महामुकाबले के आखिरी दिन भारत को 280 रन बनाने थे और टीम के हाथों में 7 विकेट बचे थे, लेकिन पांचवें दिन की शुरुआत भारतीय टीम के लिए किसी बुरे सपने जैसी रही। मैच के निर्णायक दिन पहले स्कॉट बोलैंड ने विराट कोहली और रविंद्र जडेजा को आउट किया और फिर मिचेल स्टार्क अजिंक्य रहाणे का विकेट ले गए और इसके साथ ही भारत की सारी उम्मीदें भी खत्म हो गयीं.