Nirmala Sitharaman in US : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि भारत इस साल 75 डिजिटल बैंक (75 Digital Bank) का सेटअप तैयार करने की प्लानिंग कर रहा है. उन्होंने बताया कि यहां पर बैंकिंग के अलावा नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) की स्थापना करने की भी योजना है. उन्होंने ये बातें वाशिंगटन डीसी में थिंक टैंक अटलांटिक काउंसिल को संबोधित करते हुए कहीं.
देश के 75 जिलों में खुलेंगे डिजिटल बैंक
गौरतलब है कि इससे पहले भी निर्मला सीतारमण ने देश के 75 जिलों में 75 डिजिटल बैंकों की स्थापना करने की बात कही थी. सीतारमण ने कहा कि महामारी से पहले, भारत ने तेजी से डिजिटलीकरण को बढ़ाया और हम वित्तीय समावेश (Financial Inclusion) का कार्यक्रम लेकर आए, यह दुनिया में पहले कहीं नहीं देखा गया.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दावा किया है कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत आर्थिक वृद्धि की ओर बढ़ रही है. कोविड-19 महामारी से भारतीय अर्थव्यवस्था में स्पष्ट तौर पर मजबूत पुनरुद्धार हुआ है. उन्होंने भरोसा जताया कि भारत इस दशक में मजबूत आर्थिक वृद्धि हासिल करेगा. सीतारमण यहां अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष और विश्व बैंक की सालाना बैठक में भाग लेने आयी हैं.
कोरोना काल में नागरिकों पर टैक्स का बोझ नहीं डाला
वित्त मंत्री ने शोध संस्थान अटलांटिक काउंसिल के एक सार्वजनिक कार्यक्रम में निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान भारत सरकार ने तय किया कि हम अपने लोगों पर टैक्स का बोझ नहीं डालेंगे. अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए हमने लोगों पर टैक्स नहीं लगाया. ‘कोविड टैक्स’ के रूप में किसी पर कोई बोझ नहीं पड़ा.
वित्त मंत्री ने अमेरिकी लोगों को बताया कि कैसे लोगों ने भारत सरकार के साथ मिलकर सफलतापूर्वक कोविड-19 महामारी और उसकी रोकथाम के लिए लगाये गये ‘लॉकडाउन’ से उत्पन्न चुनौतियों का सामना किया और कैसे वे उससे सफलतापूर्वक निपट सके. उन्होंने कहा, ‘महामारी और उसके बाद पुनरुद्धार को ध्यान में रखते हुए जब हम भारत को देखते हैं, हम अपने सामने के दशक को देखते हैं. वर्ष 2030 एक मजबूत दशक होगा और भारत निश्चित रूप से तीव्र आर्थिक वृद्धि हासिल करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा.’
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिली विशिष्ट पहचान
भारत के तीन सबसे बड़े पब्लिक डिजिटल प्लेटफॉर्म आधार, यूपीआई (UPI) और कोविन (Covin) दुनिया के सामने आए. इससे भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट पहचान मिली. गौरतलब है कि आधार सबसे बड़ी विशिष्ट डिजिटल पहचान है, वहीं यूपीआई (UPI) सबसे बड़ा डिजिटल पेमेंट एप है. कोविन के माध्यम से देश में 150 करोड़ से भी ज्यादा टीकाकरण हो चुके हैं. सीतारमण ने बताया कि डिजिटल प्रोग्राम से हर वर्ग के लोगों का जीवन काफी आसान हुआ.
इससे पहले वित्त मंत्री ने यूएस में आयोजित आईएमएफ स्प्रिंग मीट (IMF Spring Meet) में श्रीलंकाई समकक्ष अली साबरी से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने साबरी को भरोसा दिया था कि एक करीबी दोस्त और अच्छे पड़ोसी के रूप में भारत श्रीलंका की हर संभव मदद देने की कोशिश करेगा.