Deoghar Ropeway Accident Live : तीसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, 9 और निकाले गए, दो ट्रालियों में अब भी फंसे हैं पर्यटक

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Deoghar Ropeway Accident Live : झारखंड के देवघर में रोपवे हादसे अब में आज तीसरे दिन रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation in Deoghar Ropeway Accident) फिर से शुरू कर दिया गया है। सेना आईटीबीपी, एनडीआरएफ और लोकल पुलिस की मदद से मंगल सुबह 5:00 बजे तीसरे दिन का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ। ऑपरेशन में 3 हेलीकॉप्टर इसमें लगाए गए हैं।  सेना के mi-17 हेलीकॉप्टर से पूरे ऑपरेशन की रेकी की जा रही है। बताया जा रहा है कि अभी 4 ट्रॉली ऊपर हैं जिनमें 15 लोग फंसे हुए थे। उनमें से 9 को सेना के हेलीकॉप्टर से सुरक्षित निकाल लिया गया है। निकाले गए सभी पयर्टकों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। 40 घंटे से ज्यादा देर तक हवा में लटके होने से कई लोग बीमार हो चुके हैं।

फंसे हुए लोगों में सेना का एक जवान भी है जो रस्सी के सहारे एक ट्रॉली में पहुंचा और वहां मौजूद एक व्यक्ति को रस्सी के सहारे हेलीकॉप्टर में भेजा। उसके बाद अंधेरा होने की वजह से ऑपरेशन को स्थगित कर दिया गया।  जानकारी मिल रही है कि दो ट्रॉलियों  में एक 1 लोग फंसे हुए हैं। उन्हें प्राथमिकता से निकालने की कवायद चल रही है।

अबतक 42 लोगों का रेस्क्यू, 6 अब भी फंसे हैं

झारखंड के देवघर में रोपवे हादसे के बाद बचाव कार्य लगातार जारी है। अब तक 42 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है जबकि 6 लोग अभी भी आसमान और जमीन के बीच जिंदगी की दुआ कर रहे हैं। आज 9 वयस्क के साथ एक बच्चे को रेस्क्यू किया गया है। सुबह 6 बजे से लगातार लोगों को वहां से निकालने की जद्दोजहद चल रही है लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर इतना बड़ा हादसा हो कैसे गया। जिन ट्रॉलियों पर ये हादसा हुआ है, इन ट्रॉलियों के जरिए हर रोज सैकड़ों श्रद्धालु झारखंड की धार्मिक नगरी देवघर के पहाड़ पर बने मंदिरों तक पहुंचते हैं।

आज मंगलवार, 12 अप्रैल की सुबह को मौसम की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में थोड़ी परेशानी हुई।  लेकिन धीरे धीरे पहाड़ों का कोहरा हट गया।  बताया गया है कि फंसे बच्चे भी हैं।  बच्चों को पहले निकालने की कोशिश की जा रही है।  इस बीच ट्रॉली में फंसे हुए लोगों को ड्रोन के माध्यम से खाना पानी पहुंचाने की कोशिश हो रही है।  बताया जा रहा है कि  भूतल से लगभग 500 मीटर ऊपर यह ट्रॉलियां हवा में लटक रही हैं।

तीन दिनों से जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन

रोप वे की ट्रॉलियां दो पहाड़ों के बीच फंसी हैं. चारों तरफ पहाड़ियां हैं और नीचे खाई है और बीच में वो लोग फंसे हुए हैं-जो रविवार को ट्रॉलियों में सवार हुए थे। रोप-वे की ट्रॉलियां जमीन से करीब 2500 फीट की ऊंचाई पर है और इतनी ऊंचाई पर अब भी कई लोग फंसे हुए हैं।

रविवार को अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं हो पाया था. लेकिन सोमवार को वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना, वायुसेना और NDRF ने मोर्चा संभाला और ये रेसक्यू ऑपरेशन अभी तक चल रहा है. रेस्क्यू टीम के अधिकारियों ने बच्चों को बिस्किट और फ्रूटी देकर बहलाने की कोशिश की, लेकिन खौफ की लकीरें उनके चेहरों पर साफ देखी जा सकती थीं. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक शख्स ने हेलिकॉप्टर से गिरकर अपनी जान भी खो दी.

इस बीच त्रिकूट पर्वत पर बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती कर दी गई है क्योंकि धीरे-धीरे वहां भीड़ काफी बढ़ रही है। आम लोगों की बड़ी संख्या में मौजूदगी की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत हो सकती है। संभावना यह भी है कि पहाड़ी क्षेत्र में कोई और दुर्घटना ना हो जाए। इसे देखते हुए आम जनों को पहाड़ों पर जाने से रोक दिया गया है। इस बीच सुबह करीब 7.25 बजे तक 4 लोगों को   निकाल लिया गया है जिनमे 2 बच्चे शामिल हैं। और उसमें फंसे हुए लोगों की संख्या 15 से घटकर 9 हो गई है। ट्रॉली में फंसे सेना के जवान को भी निकाला गया।