बेउर से दूसरी जेल में शिफ्ट होंगे अनंत सिंह! डीएम ने तलब की रिपोर्ट, पटना के वृद्ध के नाम पर है सिम

ताज़ा खबर बिहार
SHARE

Patna News : (पटना)। पटना के बेऊर जेल में विधायक अनंत सिंह के पास से मोबाइल मिलने के मामले में एक सिपाही को बर्खास्त कर दिया गया है। इस मामले में मुख्य कक्षपाल सहित चार कक्षपाल पहले ही निलंबित किए जा चुके हैं। वहीं, छह कैदियों को यहां से दूसरी जेलों में शिफ्ट किया जा रहा है। बेऊर जेल में विधायक अनंत सिंह के वार्ड से मोबाइल एवं अन्य सामग्री बरामद की गई थी। इस मामले में बेऊर जेल के अधीक्षक ने जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंप दी है। 

इस मामले में मुख्य कक्षपाल समेत चार को निलंबित कर दिया गया है तथा एक सिपाही को बर्खास्त किया गया है। डीएम ने बताया कि छह कैदियों को दूसरी जेल में स्थानांतरण की अनुशंसा जेल प्रशासन द्वारा की गई है। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि बेऊर जेल में हुई छापेमारी के दौरान विधायक अनंत सिंह के कक्ष में छापेमारी के दौरान नौ सेवादार भी पाए गए थे जबकि दो सेवादार ही रखने की इजाजत है। 

वृद्ध को पता नहीं, उसके नाम-पते पर ले लिया सिम

बेऊर जेल में बंद मोकामा विधायक अनंत सिंह के बैग से मिले मोबाइल व सिम के मामले की जांच में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। बेऊर थाने की पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि जिस सिम का इस्तेमाल विधायक द्वारा किया जा रहा था, वह पुनाईचक के रहनेवाले वृद्ध अर्जुन के नाम पर था लेकिन इसके बारे में वृद्ध को कुछ भी पता नहीं था। प़ुलिस की पूछताछ में वृद्ध ने इस बात से साफ इनकार किया है। ऐसे में यह सिम कहां से और किसके जरिए लिया गया, पुलिस यह जानने के प्रयास में जुट गई है। 

बेऊर थाना प्रभारी अतुलेश कुमार का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। उच्चाधिकारियों के आदेश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ने पर पूछताछ के लिए विधायक को रिमांड पर भी लिया जाएगा। उधर, मोबाइल बरामदगी के मामले में जेल प्रशासन द्वारा मुख्य उच्च कक्षपाल अरुण मिस्त्री को शनिवार को ही सस्पेंड कर दिया गया था जबकि बेऊर जेल अधीक्षक ने छापेमारी के दौरान मोबाइल बरामदगी से संबंधित अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है। मोबाइल बरामदगी व सिम लेने के मामले में बेऊर थाने की पुलिस जेल में बंद मोकामा विधायक अनंत सिंह को रिमांड पर लेने के लिए सोमवार को कोर्ट में आवेदन दे सकती है।

यह लापरवाही कैसे हुई इस पर डीएम ने जेल अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसमें एक संविदा पर कार्यरत सिपाही की संदिग्ध भूमिका थी, इसीलिए उसे बर्खास्त कर दिया गया है। डीएम ने बताया कि किस-किस कैदी को दूसरी जेलों में स्थानांतरित किया जाएगा, एक-दो दिनों में निर्णय ले लिया जाएगा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इन कैदियों के बेऊर जेल में रखने से यहां की व्यवस्था पर प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए उन्हें दूसरे जेल में स्थानांतरित किया जाएगा।