Ajab-Gazab: (Bhagalpur). सांप ने बेटे को काटा। बच्चे का शरीर ठंडा पड़ गया। झाड़-फूंक भी काम नहीं आया। बच्चे को मृत समझ उसका अंतिम संस्कार न कर उसे नदी में बहा दिया। माता-पिता ने मान लिया कि अब उनके बच्चे इस दुनिया में नहीं रहे।
उपऱोक्त घटना बिहार के भागलपुर का है इस पूरे घटनाक्रम में चौकाने वाली बात तब साक्षने आई जब घटना के लगभग एक महीने बाद किसी का कॉल आता है और वह कहता है कि आपका बच्चा अभी जिंदा है।
माता-पिता के दिल की धड़कन बढ जाती है। परिजन बच्चे की खोज में जाते हैं पर उन्हें सफलता नहीं मिलती।
ऐसा एक नहीं दो मामले सामने आये हैं और दोनों भागलपुर जिले के नवगछिया के ही हैं। दोनों बच्चों के माता-पिता ने डीआईजी सुजीत कुमार से बच्चों को खोजने में मदद करने की गुहार लगाई है। डीआईजी ने नवगछिया एसपी को खुद इस मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दे दिया है।
नवगछिया के जिन दो बच्चों को सांप के काटने के बाद नदी में बहा दिया गया, उनमें छह साल का अक्षय रंगरा थाना क्षेत्र के उसरैहिया गांव का रहने वाला है जबकि दूसरा बच्चा 11 साल का लवकुश है जो परबत्ता थाना क्षेत्र के गोनरचक का रहने वाला है।
लवकुश की मां माला देवी और अक्षय की मां आभा देवी ने डीआईजी को आवेदन दिया है जिसमें बच्चों को खोजने में मदद करने की गुहार लगाई है। लवकुश की मां माला देवी का कहना है कि उनके बेटे को इसी साल अप्रैल महीने में सांप ने काटा था।
इसके बाद उसे नदी में बहा दिया गया। अक्षय की मां आभा देवी ने बताया कि उनके बेटे को पिछले साल अगस्त में ही सांप ने काटा था। इसके बाद बेटे को नदी में बहा दिया गया था। उनका यह भी कहना है कि बंगाल से उस शख्स का कॉल आने के बाद वे लोग नवगछिया पुलिस के पास कई बार गये पर पुलिस ने उनकी मदद नहीं की।
वीडियो काँल कर बच्चे को दिखाया:
दोनों बच्चों के माता-पिता का कहना है कि बंगाल से कॉल करने वाले शख्स ने वीडियो कॉल कर और व्हाट्सएप पर वॉइस रिकॉर्डिंग भेजी, जिसमें दिखाया और बताया कि दोनों बच्चे जिंदा हैं। लवकुश की मां माला देवी और अक्षय की मां आभा देवी का कहना है कि जिस नंबर से उन्हें कॉल आया था।
उस नंबर पर अब कॉल लगा रहे तो नहीं लग रहा। इससे उनकी चिंता बढ़ गयी है। उन लोगों का यह भी कहना है कि पैसे की दिक्कत और परिवार में कोई पढ़ा लिखा नहीं होने की वजह से बच्चे को खोजने में परेशानी हो रही है।