Gangerster Lorence Bishnoi : (सेंट्रल डेस्क)। कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप (Lorence Bishnoi group) के एक अपराधी को पुलिस ने बिहार (Bihar) में दबोच लिया है। आरोप है कि उसने यहां एक मैरिज हॉल संचालक (Marriage hall owner) से 20 लाख रुपये की रंगदारी यह कहकर मांगी थी कि वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप का है। अब बिहार के गोपालगंज (Gopalganj) में उस अपराधी को गिरफ्तार करने में पुलिस को कामयाबी मिल गयी है।
राज्य के गोपालगंज जिले के हथुआ थाना क्षेत्र के मछागर जगदीश गांव में पुलिस ने छापेमारी कर मैरिज हॉल संचालक से 20 लाख की रंगदारी मांगने वाले युवक को गिरफ्तार (Lawrence Bishnoi group member arrested) कर लिया है। गिरफ्तार युवक टाइगर कुमार गुप्ता बताया जाता है, जो लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप का सदस्य बताया जाता है। गिरफ्तार आरोपी के पास से पुलिस ने फायरिंग की घटना में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल और मोबाइल भी जब्त किया है।
क्या थी घटना
बता दें कि 29 दिसंबर को हथुआ थाना क्षेत्र के हथुआ (Hathua) निवासी एक मैरिज हॉल संचालक सोनू कुमार उर्फ संजीव कुमार के दरवाजे पर एक पर्चा फेंका गया था। आरोप है कि पर्चा फेंकने के साथ ही तीन राउंड फायरिंग भी की गई थी। फेंके गए पर्चे में शख्स ने गोपालगंज में मैरिज हॉल संचालक से 20 लाख की रंगदारी मांगी।
पर्चे में खुद को लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप के सदस्य होने का जिक्र किया गया था। इसके बाद पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी की गिरफ्तारी में जुट गई थी। हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार के नेतृत्व में मछागर जगदीश गांव में छापेमारी की गई जहां से पुलिस ने टाइगर कुमार गुप्ता नाम के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ऐसे आया पुलिस की गिरफ्त में
गिरफ्तार आरोपी के पास से पुलिस को फायरिंग की घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और मोबाइल मिला है। पुलिसिया पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है और उसके बताने पर ही पुलिस ने छापेमारी करते हुए घटना में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल भी बरामद की है। इस आरोपी के मोबाइल में लॉरेंस बिश्नोई संगठन का व्हाट्सएप ग्रुप भी पुलिस को मिला है, जिस पर चैटिंग की गई है। बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई नाम का एक आपराधिक संगठन दूसरे प्रदेश में सक्रिय है।
हथुआ एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का लॉरेंस बिश्नोई से क्या संबंध है और इसके तार किस तरह से उन लोगों से जुड़े हुए हैं, इन सारी बातों की जानकारी प्राप्त की जा रही है।उन्होंने बताया कि इस संगठन के दूसरे सदस्यों की भी पहचान कर गिरफ्तारी करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
कौन है गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई के पिता लाविंदर सिंह पुलिस कॉन्स्टेबल थे। करोड़ों की जमीन थी. बचपन में बेटे ने जो मांगा वो सबकुछ मिला। उसके महंगे शौक। महंगे कपड़े पहनना आज भी बरकरार है। स्कूल की पढ़ाई फज्जिलका में की।
इसके बाद कॉलेज की पढ़ाई करने चंडीगढ़ आया। यहां डीएवी कॉलेज में उसका दाखिला होता है। वैसे तो दाखिला पढ़ाई के लिए कॉलेज में हुआ था लेकिन यहीं से वो जुर्म की दुनिया में भी एंट्री कर गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसकी वजह बनी कॉलेज यूनियन को लेकर दो गुटों में लड़ाई। दरअसल, दिखने में स्मार्ट। अच्छे पैसे वाला। शरीर से पूरी तरह फिट। इसे देखकर दोस्तों ने उसे कॉलेज में चुनाव लड़ने के लिए तैयार करा लियाम लेकिन लॉरेंस की बचपन की एक आदत रही।
वो जो कुछ करता था बड़ी शिद्दत और प्लानिंग से करता था। अब चुनाव लड़ना था तो उसने पहले एक ग्रुप बनाया। उसका नाम रखा स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी यानी सोपू (SOPU)। ये संगठन आज भी है। भले इसे बनाने वाला आज जेल में है।
एक दिन लॉरेंस बिश्नोई का सामना उसे चुनाव में हराने वाले विरोधी उदय गुट से हुआ। फिर क्या था, दोनों एक दूसरे के सामने थे। और फिर दोनों में भिड़ंत हो गई। गुस्से में लॉरेंस ने दूसरे गुट पर फायरिंग कर दी। ये पहली बार था, जब लॉरेंस ने फायरिंग की थी। मामला तूल पकड़ा और इधर पुलिस ने केस दर्ज किया।
फरवरी 2011 में लॉरेंस बिश्नोई पर पहली एफआईआर दर्ज हुई थी। उसके बाद लॉरेंस बिश्नोई के जुर्मों की फेहरिस्त लंबी होती चली गई और रिपोर्ट के अनुसार आज उसके ऊपर 50 से ज्यादा संगीन मामले दर्ज हैं।