Shivdeep Lande: (पटना). पांच साल बाद केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से बिहार लौटे आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ( Shivdeep Lande ) को डीआईजी ( प्रशासन ) की जिम्मेवारी दी गई है। पुलिस मुख्यालय ने प्रतिनियुक्ति का आदेश जारी कर दिया है। गौरतलब है कि बुधवार को ही लांडे ने पुलिस मुख्यालय में योगदान दिया था। पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, अगले आदेश तक वह इसी पद पर पदस्थापित रहेंगे।
बता दें कि लांडे पटना में सिटी एसपी ( Patna City SP ) रहने के अलावा अररिया और रोहतास में भी पुलिस अधीक्षक रह चुके हैं. वे बिहार के राज्यपाल के एडीसी के पद पर भी सेवा दे चुके हैं. बिहार में उनकी सबसे पहली पोस्टिंग मुंगेर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र जमालपुर में हुई थी. राजधानी पटना के एसपी के तौर पर अपनी अनोखी कार्यशैली की वजह से शिवदीप पूरे देश में मशहूर हो गए.
2016 में गए थे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर
2006 बैच के आईपीएस अधिकारी शिवदीप वामनराव लांडे जब बिहार में एसटीएफ के एसपी के पद पर तैनात थे, तब वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर महाराष्ट्र चले गए थे. 14 नवंबर 2016 को शिवदीप लांडे को बिहार सरकार ने महाराष्ट्र भेज दिया था.
महाराष्ट्र में लांडे को सबसे पहले महाराष्ट्र पुलिस के क्राइम ब्रांच में काम करने का मौका मिला. बाद में प्रोन्नति पाकर एटीएस में डीआईजी के पद तक पहुंचे. महाराष्ट्र में पांच साल गुजारने के बाद दो दिन पहले ही पटना लौटे हैं. पटना आने के बाद से ही सबको इंतजार था कि उन्हें कौन सी जिम्मेदारी दी जाएगी.
पटना आने के दौरान स्पाइसजेट के अनप्रोफेशनल रवैये से हो गए थे नाराज
2006 बैच के आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे बीते मंगलवार को पटना पहुंचे थे. मुंबई में सेवा देने बाद सिंघम के नाम से मशहूर आईपीएस अधिकारी के बिहार आने को लेकर कई दिनों से चर्चा हो रही थी. इधर, फ्लाइट लेट होने की वजह से शिवदीप लांडे लेट से पटना पहुंचे. इस कारण वे नाराज हो गए थे. उन्होंने स्पाइस जेट एयरलाइंस के ढीलशील और अनप्रोफेशनल रवैये पर प्रतिक्रिया भी दी थी. साथ ही बिहारियों को लेकर सवाल भी उठाया.
आईपीएस अधिकारी ने सोशल मीडिया पर लिखा- “स्पाइस जेट फ्लाइट (फ्लाइट नं- SG923, मुंबई से पटना) की दुर्भाग्यपूर्ण और निराशाजनक व्यवस्था को आज मैंने महसूस किया. आज मेरी फ्लाइट के प्रस्थान का समय दोपहर 2:55 थी. इस लिहाज से सभी यात्रियों को फ्लाइट के अंदर 2:10 में ही बैठा दिया गया. फिर 3:20 तक फ्लाइट यूं ही अपने स्थान पर खड़ी रही और फिर अचानक से 3:29 पर मोबाइल पर एसएमएस द्वारा ये जानकारी मिलती है कि ये फ्लाइट अब 4:30 पर उड़ान भरेगी.
बिना बिना किसी उद्घोषणा के आप इतने बिहारी यात्रियों को यूं एक बंद डिब्बे में कैसे कैद कर सकते हैं? क्या ऐसा आप अन्य राज्यों के यात्रियों के संग कर सकते हैं? जब हम कुछ बिहारियों ने अपनी आवाज उठाई तब आखिरकार एयरलाइंस मैनेजमेंट को फ्लाइट को पटना के लिए उड़ान भरनी पड़ी. अखिर में उन्होंने लिखा कि अब मैं ‘हमार बिहार ‘ की धरती पर सेवा देने आ चुका हूं.”