Rakesh Tikait: टीवी चैनल की महिला पत्रकार को देखते ही कैसे भडके राकेश टिकैत, देखें वीडियो

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Rakesh Tikait: दिल्ली-उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बार्डर पर किसानों के धरना प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait, national spokesperson of Bharatiya Kisan Union) बुधवार को एक महिला पत्रकार पर भड़क गए। यह महिला पत्रकार एक नामी टेलीविजन न्यूज चैनल रिपब्लिक भारत (Republic Bharat) से जुड़ी हुई है।

दरअसल, इस न्यूज चैनल पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता पक्षपात पूर्ण रिपोर्टिंग करने का आरोप लगाते रहे हैं। किसानों का कहना है कि ये टीवी चैनल किसान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ खबरें दिखाते हैं।

इस दौरान महिला पत्रकार कहती है, “आपको जवाब क्यों नहीं देना है। सिर्फ एक सवाल का तो जवाब दे दीजिए। बदतमीजी तो हमारे साथ भी हो रही है।” तभी राकेश टिकैत के समर्थक पीछे से ‘भारतीय किसान यूनियन जिंदाबाद’ के नारे लगाने लगते हैं।

महिला पत्रकार ने जब हुड़दंग के बीच भी उनसे सवाल पूछना जारी रखा तो राकेश टिकैत महिला पत्रकार पर चिल्लाते हुए बोले, “कोई इसका वीडियो बनाओ। यह मुझसे बदतमीजी कर रही है। पुलिस बुलाओ, यह लड़की बदतमीजी करती है, मुझे टच करती है।”

दिल्ली-उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के धरना प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की बुधवार (1 दिसंबर 2021) को रिपब्लिक भारत न्यूज़ चैनल की महिला पत्रकार से तीखी बहस हो गई।

बहस के दौरान का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है, जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत कहते हुए नजर आ रहे हैं, “मुझे आर भारत को जवाब नहीं देना है। आपको सुधार करने की जरूरत है।” वह आगे कहते हैं कि इनकी वीडियो बनाओ। ये यहाँ आकर बदतमीजी करते हैं।

बताया जा रहा है कि धरना प्रदर्शन खत्म करने से जुड़ा सवाल पूछने से पहले ही राकेश टिकैत इस महिला पत्रकार पर भड़क गए। नाराजगी इस कदर थी कि उन्होंने कहा कि मैं तुमसे बात ही नहीं करूंगा। इस के बाद पक्षपात पूर्ण रिपोर्टिंग को लेकर राकेश टिकैत ने महिला पत्रकार को जमकर लताड़ लगाई।

बता दें कि नरेंद्र मोदी सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सोमवार को वादे के मुताबिक, तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को दोनों सदनों में बाकायदा विधेयक लाकर निरस्त कर दिया है। बावजूद इसके किसान नेता न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने समेत 6 मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं।

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