BiharNews: विधानसभा कैंपस में शराब मामले की जांच डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी करेंगे

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Bihar News: बिहार विधानसभा परिसर में शराब की बोतल मिलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्ष इस मुद्दे को लेकर खासा आक्रामक है। इस मामले को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पहले सदन के बाहर जोरशोर से उठाया। फिर सदन की कार्यवाही के दौरान भी इस मामले को उन्होंने लगातार उठाया।

इसे लेकर सदन में पहले तो हंगामा हुआ फिर विधानसभा स्पीकर के आदेश पर सीएम नीतीश कुमार ने डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी से मामले की जांच की बात कही। बाद में मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण और डीजीपी एसके सिंघल को विधान परिषद के अपने चैंबर में बुलाया और पूरे मामले की जांच कराने का निर्देश दिया।

विधानसभा में तेजस्वी यादव के मामला उठाने के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खड़े हुए और शराब की बोतल मिलने पर गहरी नाराजगी जाहिर की। नीतीश ने कहा कि विधानसभा कैम्पस में शराब की बोतल मिलना छोटी बात नहीं है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी गड़बड़ी कर रहा है उसे छोड़ा नहीं जा सकता है। डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी से इसकी जांच कराई जानी चाहिए।

सीएम नीतीश ने विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा से आग्रह किया कि आप जांच का आदेश दें, पूरी गंभीरता से जांच होगी, जो भी दोषी होंगे उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

इससे पहले सदन की कार्यवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सदन में शराबबंदी के और विधानसभा परिसर में शराब की बोतलें मिलने का मुद्दा उठाया। तेजस्वी ने कहा कि इतने सुरक्षा घेरे के बावजूद विधान सभा कैंपस में शराब की बोतल कैसे मिलती है, मुख्यमंत्री होम मिनिस्टर भी हैं, उन्हें नैतिकता के नाम पर इस्तीफा दे देना चाहिए। आखिर ऐसे में शराबबंदी को लेकर शपथ लेने का क्या मतलब है। तेजस्वी ने कहा कि सिर्फ छोटी मछली पर कार्रवाई हो रही है।

इधर विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने विधानसभा की सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया है। उन्होंने सदन में तेजस्वी यादव के बयान को लेकर कहा कि आप भी सचेत रहिए कहीं आपके आवास से भी शराब की बोतलें न निकल जाए।

उन्होंने तेजस्वी को नसीहत देते हुये कहा कि आज आप विपक्ष में बैठे है लेकिन जब शराबबंदी हुआ था आप सत्ता में थे। अगर आप आज भी शराब बंदी के पूरी तरह से समर्थन में रहेंगे तो शराब बंदी सफल होगी।