डॉक्टर से बदसलूकी मामले में सीएस कार्यालय के दो कर्मी स्थानांतरित, जांच टीम का गठन

जिलानामा ताज़ा खबर बिहार
SHARE



Chapra News: छपरा के रिविलगंज सीएससी में ड्यूटी ज्वाइनिंग को लेकर छपरा सदर अस्पताल स्थित सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचे मेडिकल ऑफिसर के साथ कार्यालय के दो कर्मियों के द्वारा बदसलूकी किए जाने के मामले पर सोमवार को सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद सुकुमार ने कार्रवाई करते हुए वीडियो में दिख रहे दोनों कर्मियों को तत्काल स्थानांतरित कर दिया है.

इसके साथ ही तीन सदस्यीय टीम का गठन कर उक्त मामले की 72 घंटे में जांच कर रिपोर्ट की मांग किया है. बताते चलें कि डॉ अभिषेक सिंह की नियुक्ति रिविलगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में सीनियर मेडिकल ऑफिसर के पद पर हुई है. जिसको लेकर वह सिविल सर्जन कार्यालय का लगातार चक्कर लगा रहे थे.

आरोप है कि जब डॉक्टर अपना मेडिकल करवाने के बाद सिविल सर्जन कार्यालय में सिविल सर्जन के हस्ताक्षर के लिए पहुंचे तो कार्यालय कर्मियों के द्वारा उन्हें मिलने नहीं दिया गया. जिसको लेकर उनके बीच बकझक हुई और उसके बाद का सारा मामला वीडियो में कैद हो गया है.

जिसमें चिकित्सक के साथ कार्यालय कर्मियों के द्वारा लगातार बदसलूकी किया जाता रहा. इस वायरल वीडियो के आधार पर जहां चिकित्सकों में खासा आक्रोश है. इस मामले के संज्ञान में आते हैं सिविल सर्जन ने सिविल सर्जन कार्यालय के कर्मचारी प्रवीण कुमार को मांझी स्वास्थ्य केंद्र में तथा धनंजय कुमार को मकेर स्वास्थ्य केंद्र में स्थानांतरित कर दिया है.

सिविल सर्जन ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उनके द्वारा वीडियो में चिकित्सक के साथ अभद्र भाषा का व्यवहार कर रहे दोनों कर्मियों को अलग-अलग स्थानांतरित कर दिया गया है. वहीं इस मामले में उनके द्वारा चिकित्सकों के 3 सदस्य टीम का गठन किया गया है. जिससे 72 घंटे के अंदर उक्त मामले पर जांच रिपोर्ट मांगी गई है. उन्होंने बताया कि उक्त चिकित्सक के भी नशे में होने की बात सामने आ रही है, लेकिन यह अलग से जांच का विषय है.

जांच के लिए डॉक्टरों की 3 सदस्यीय टीम का हुआ है गठन

जांच के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ जेपी सुकुमार ने बताया कि वायरल वीडियो के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए कार्यालय के दोनों कर्मियों को अलग-अलग क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिया गया है.

वहीं इस मामले की जांच को लेकर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ चंदेश्वर प्रसाद सिंह, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रत्नेश्वर प्रसाद सिंह एवं भासा के जिला सचिव डॉक्टर केएम दूबे को टीम में शामिल किया गया है. ताकि इस मामले में पारदर्शिता बरती जाए और जांच रिपोर्ट सामने आये कि आखिर गलती किसकी थी. उन्होंने बताया कि टीम के द्वारा 72 घंटे में उन्हें जांच रिपोर्ट सौंपा जाएगा. जिसके आधार पर उनके द्वारा अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी.