Chhath Puja : पूरे दो साल बाद एक बार फिर छठ (Chhath puja) की रौनक लौट आई है। चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन मंगलवार, 9 नवंबर,2021 को छठव्रतियों ने खरना (Kharna Puja) किया। इस मौके पर राज्य के नदी (Ganga river) तालाबों में स्नानार्थियों की भीड़ लगी रही। व्रती स्नान कर नदियों के पवित्र जल को घर लाकर खरना का प्रसाद बना रहे हैं। घर-घर मे छठ के गीत गूंज रहे हैं। पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है।
खरना में व्रती गुड़ और चावल की खीर बनाते हैं। फिर छठी मैया और गौ माता (Cow) को भोग लगा कर लोग प्रसाद ग्रहण करते हैं।खरना को दिनभर व्रती निर्जला और निराहार रहते हैं।रात में भोग लगे खीर (Kheer) और रोटी का प्रसाद ग्रहण करते हैं।उसके बाद एक बार फिर से 36 घण्टे का निराहार और निर्जला व्रत प्रारंभ होता है।
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इसके बाद अगले दिन यानि बुधवार को व्रती सायंकालीन अर्घ्य (Arghya) देंगे।अस्त होते सूर्य की पूजा (Surya Puja) की यह अनोखी परंपरा छठ में देखने को मिलती है।अगली सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का चार दिवसीय अनुष्ठान संपन्न होगा तथा व्रती सहित तमाम लोग छठ का प्रसाद ग्रहण करेंगे।छठ के प्रसाद में ठेकुआ (Thekua) मुख्य होता है जो आटे और गुड़ को मिलाकर बनाया जाता है।इसके अलावा मौसमी फल आदि लेकर भी अर्घ्य दिया जाता है।
बिहार की राजधानी पटना (Patna news) सहित तमाम शहरों और गांवों में सोमवार, 8 नवंबर को व्रतियों ने नदियों और जलाशयों में स्नान करने के बाद नहाय-खाय किया। व्रत के पहले दिन पटना के गंगा घाटों पर व्रतियों की अच्छी-खासी भीड़ भोर के वक्त से ही दिखी।
पहले दिन व्रतियों ने गंगा समेत अन्य नदियों और जलाशयों में स्नान करने के बाद प्रसाद ग्रहण किया। इसे नहाय-खाय के नाम से जाना जाता है। छठ को लेकर पटना सहित गंगा किनारे के सभी शहरों में प्रशासन की ओर से व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
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औरंगाबाद के देव (Dev Surya mandir) में भी छठ को लेकर प्रशासन सजग दिख रहा है। अधिक भीड़ वाले स्थलों पर पुलिस के साथ ही मेडिकल टीम, मजिस्ट्रेट, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को तैनात किया गया है।
छठ घाटों पर निर्बाध तरीके से बिजली सप्लाई के लिए बिजली कंपनी ने इंजीनियरों को घाट पर ही तैनात करने का फैसला किया है। छठ के पहले अर्घ्य के दिन ये इंजीनियर अपनी टीम के साथ घाटों पर कमान संभाल लेंगे। बिजली कंपनी की टीम अर्घ्य के दिन शाम से लेकर पूरी रात तक घाट पर ही तैनात रहेगी। बिजली की सप्लाई किसी भी हाल में बाधित नहीं हो, इसके लिए जेनरेटर की भी व्यवस्था की गई है।