Petrol Ka Dam 6 November 2021 : पेट्रोल डीजल के दाम लगातार तीन दिनों से स्थिर है। इस बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम में गिरावट दर्ज की गई है। दाम में यह कमी 5 फीसदी तक है। इस गिरावट के बाद भी अभी फिलहाल तेल के दाम और कम होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
खास बात यह है कि हाल में दाम में की गई कमी को लेकर सरकार वाहवाही लूटने में लगी है। लेकिन आंकड़ों में हकीकत यह है कि 28 दिन पूर्व दिल्ली के लोगों को पेट्रोल का दाम जितना चुकता करना पड़ रहा था, उतना भार 6 नवंंबर को भी चुकता करना पड़ रहा है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम में भारी गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड के दाम 85 डॉलर प्रति बैरल से गिरकर 81 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गए है। बीते 56 घंटे में क्रूड यानी कच्चा तेल 5 फीसदी तक सस्ता हो चुका है। हालांकि, क्रूड उत्पादन करने वाले देशों के संगठन ओपेक की बैठक में क्रूड सप्लाई धीरे-धीरे बढ़ाने पर फैसला हुआ है।
रूस के ऊर्जा मंत्री के मुताबिक साल 2022 के अंत तक हर महीने 4 लाख बैरल प्रति दिन उत्पादन बढ़ाने का पूर्व में लिया गया निर्णय बरकरार रखा जायेगा।
मालूम हो कि दीपावली के एक दिन पूर्व केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 5 और डीजल पर 10 रुपये एक्साइज ड्यूटी घटाने का ऐलान किया था। जिसे रात बारह बजे से प्रभावी हो गया।
एक्साइज में कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 5 नवंबर को 103.97 रुपये प्रति लीटर और डीजल का दाम 86.67 रुपये प्रति लीटर हो गया। अभी दिल्ली सरकार ने वैट में किसी तरह की कटौती का का ऐलान नहीं किया है।
केंद्र सरकार द्वारा अचानक टैक्स कम करने को लेकर लिए गए फैसले के पीछे कहा गया कि विधान सभा की 30 सीटों व लोक सभा की 3 सीटों के हुए उप चुनावों के नतीजे सरकार को परेशान करने वाला रहा। जिसके बाद पार्टी को यह निर्णय लेना पड़ा।
इसके पहले इसके आसपास दाम की बात करें तो दिल्ली में 9 अक्टूबर को पेट्रोल-डीजल का दाम मौजूदा दाम के करीब 103.84 रुपये लीटर थी। इसी तरह डीजल की बात करें तो रेट घटने के बाद अब दिल्ली में डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर है। इसके पहले जून महीने में भी डीजल इस रेंज में था। उसके बाद डीजल के दाम बढ़ते चले गए।
ऐसे में कह सकते हैं कि लोगों के मंथली बजट पर बहुत फर्क नहीं पड़ा है। दिल्ली के आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो लोगों का बजट सिर्फ करीब 28 दिन पीछे ही हुआ है। यानी पेट्रोल पर 28 दिन पहले उन्हें जितना पैसा खर्च करना पड़ रहा था। आज उतना खर्च करना पड़ रहा है।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक, केंद्र सरकार द्वारा उत्पाद शुल्क दरों में रिकॉर्ड कटौती के बाद तेल कंपनियों द्वारा इसका फायदा ग्राहकों को देने के चलते देश भर में पेट्रोल की कीमतों में 5.7 रुपये से 6.35 रुपये तक और डीजल की कीमतों में 11.16 रुपये से 12.88 रुपये तक की कटौती हुई।
जापानी ब्रोकरेज कंपनी नोमुरा के मुताबिक, उत्पाद शुल्क में कटौती से चालू वित्त वर्ष के शेष महीनों के लिए सरकारी खजाने पर 45,000 करोड़ रुपये का असर पड़ेगा और इससे केंद्र का राजकोषीय घाटा 0.3 प्रतिशत बढ़ जाएगा।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर बताया कि केंद्र सरकार के एक्साइज कटौती से राज्य की जनता को काफी राहत मिलेगी। राज्य सरकार ने भी पेट्रोल पर वैट 2 रुपये और डीजल पर 4.60 रुपये कम किया है।
नागालैंड राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीज़ल पर वैट 7 रुपये प्रति लीटर तक घटा दिया है। यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार ने पेट्रोल पर 7 रुपये और डीजल पर 2 रुपये लीटर वैट कम किया है। इससे वहां अब पेट्रोल 95.28 रुपये लीटर हो गया है। मध्य प्रदेश, पुडुचेरी, मिजोरम, जम्मू-कश्मीर, नगालैंड, ओडिशा, गुजरात, बिहार और उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों ने भी वैट में कमी लाई है।
देश के चार प्रमुख महानगरों में पेट्रोल/डीजल के भाव :
शहर पेट्रोल (रुपये/लीटर) डीज़ल (रुपये/लीटर)
- नई दिल्ली 104.01 86.67
2. मुंबई 109.96 94.13
3. कोलकाता 104.65 89.78
4. चेन्नई 101.38 91.42