पटना। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने तथा संभावित तीसरी लहर से निबटने को लेकर टीकाकरण अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है। ऐसे में टीकाकरण कार्य को आसान बनाने के लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगातार नये-नये निर्देश जारी किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से यह निर्देश दिया है कि जिले में काफी लोग सेकेंड डोज से वंचित हैं, ऐसे में सेकेंड डोज से वंचित लोगों का टीकाकरण किया जाना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि इसको लेकर टीकाकरण केंद्रों पर सेकेंड डोज के लिए अलग से काउंटर बनाया जायेगा। ताकि सेकेंड डोज के लाभार्थियों को लंबी कतार में खड़ा होकर अपनी बारी इंतजार नहीं करना पड़े। सेकेंड डोज से वंचित लाभार्थियों को शत-प्रतिशत टीकाकरण किये जाने को लेकर यह निर्णय लिया गया है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा रेफ़रल अस्पताल में सेकेंड डोज़ कोविशील्ड के टीकाकरण के लिए अलग सत्र चलाना है। जिसमे सिर्फ कोविशील्ड के सेकेंड डोज़ के वंचित लाभार्थियों को बुलाकर उनका टीकाकरण करना है। सेकेंड डोज़ के लाभार्थियों की अधिक संख्या को देखते हुए राज्य स्तर पर यह निर्णय लिया गया है ,इसे सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
तीसरी लहर से बचाव के लिए एक मात्र हथियार है कोविड का टीका:
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर की भी संभावना जताई जा रही है। ऐसी आशंका है कि तीसरी लहर में सबसे अधिक बच्चे प्रभावित हो सकते हैं। इसकी वजह से हमें अभी से ही इस महामारी के खिलाफ सावधान होने की जरूरत है, ताकि हम तीसरी लहर से भी खुद को सुरक्षित रखने के साथ अपने बच्चों को भी इस महामारी के प्रभाव से दूर रख सकें। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को रोकने और उससे बचाव का फिलहाल एकमात्र उपाय टीकाकरण है। सरकार लोगों को सुरक्षित रखने के लिए व्यापक पैमाने पर टीकाकरण अभियान चला रही है।
टीकाकरण के बाद भी नियमों का पालन जरूरी:
भविष्य में कोविड-19 के खिलाफ प्रभावी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए दूसरी खुराक लेना महत्वपूर्ण है। यह हर किसी (टीका लगा चुके और बिना टीका लगवाये) के लिए जरूरी है कि कोविड को रोकने में मदद करने के लिए मास्क पहनें, अपने हाथ धोएं और दूसरों से शारीरिक दूरी बनाए रखें।
टीकाकरण के लिए चलाया जा रहा जागरूकता अभियान:
18 आयुवर्ष से लेकर वरिष्ठ नागरिक तक के लोगों को टीकाकरण किया जा रहा है। शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। क्योंकि कोविड-19 से बचाव एवं सुरक्षा के लिहाज़ से यही एक मात्र साधन है। इसके साथ ही नियमित रूप से हर आधा घण्टे पर अपने हाथों को रगड़-रगड़ कर अनिवार्य रूप से धोते रहना है।