छपरा। अल्पसंख्यकों के मसलों को लेकर राजनीतिक दलों का एक-दूसरे पर निशाना साधना कोई नई बात नहीं। अल्पसंख्यकों की खराब दशा के लिए हर दल एक-दूसरे को जिम्मेदार बताता रहता है। बिहार में सत्ताधारी दल जेडीयू ने दावा किया कि अल्पसंख्यकों के सर्वांगीण विकास के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समर्पित हैं। शहर के नगरपालिका सभागार में जेडीयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद जमाल ने कहा कि लालू प्रसाद के 15 वर्षों के शासनकाल में अल्पसंख्यकों को सिर्फ और सिर्फ बेवकूफ बनाकर छला गया। उनका वोट लिया गया और शोषण किया गया।
मो. जमाल ने कहा कि आज पूरे राज्य में महिलाओं व युवाओ को रोजगार मिल रहा है। स्वरोजगार के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। युवाओं को शिक्षा के लिए मुफ्त योजनाएं, उच्च स्तर की नौकरियों के लिए मुफ्त कोचिंग सेंटर, हज भवन में बीपीएससी के लिए मुफ्त कोचिंग, दरभंगा में 2 मुफ्त कोचिंग सरकार चला रही है। उन्होंने कहा कि बच्चे-बच्चियों को शिक्षा ऋण, हुनर जैसी कई योजनाएं चलाकर स्वरोजगार से जोड़ा गया है।
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जेडीयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार कब्रिस्तान की घेराबन्दी करा रही है। मदरसों के छात्र-छात्राओं के लिए कई योजनाएं चला रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुसलमानों के विकास, सुरक्षा मान-सम्मान के लिए काम किया है।उन्होंने आह्वान करते हुए एकजुटता का परिचय देने की अपील की।
वहीं विधान पार्षद विरेन्द्र नारायण यादव ने अपने संबोधन में नीतीश कुमार को अल्पसंख्यको का हितैषी बताते हुए अल्पसंख्यक विकास के क्रियान्वित योजनाओं की चर्चा की। जदयू जिलाध्यक्ष विशाल सिंह राठौर, सैयद नजमुल होदा, अरशद परवेज मुन्नी, अशरफ अली, काजिम राजा रिजवी, सादिक हुसैन, ईम्तेयाज परवेज गुड्डू, अब्दुर्रहीम राइन, ईश्वर राम, नासिर खान वसीम खान, जिला मीडिया संयोजक मोहम्मद फिरोज, छठी लाल प्रसाद आदि ने विचार व्यक्त किए। अध्यक्षता अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष आलमगीर मुन्ना व संचालन अरसद परवेज मुन्नी ने किया।