गंडक नदी के बार बार कटाव स्थल बदलने से बढ़ी परेशानी,सारण तटबंध पर भी खतरे की आशंका जता रहे ग्रामीण

ताज़ा खबर बिहार
SHARE

छपरा। वैसे तो गंडक नदी के जलस्तर में कमी दर्ज की जा रही है, लेकिन गंडक नदी के जलस्तर में कमी के बाद सारण जिला के पानापुर प्रखंड क्षेत्र में लोग एक दूसरी समस्या से दो-चार हो रहे हैं। प्रखंड क्षेत्र के सोनवर्षा,सलेमपुर एवं बसहिया गांव के सामने गंडक द्वारा तेज कटाव हो रहा है। इस कटाव को रोकने के प्रशासनिक प्रयास नाकाफी साबित हो रहा है।

गंडक नदी द्वारा किया जा रहा कटाव

बताया जा रहा है कि गंडक नदी द्वारा बार बार भाव की दिशा बदलने के कारण आपदा विभाग के पदाधिकारी भी हलकान हो गए हैं। वहीं ग्रामीण अब सारण तटबंध की सुरक्षा को लेकर सशंकित होने लगे है। मालूम हो कि सोनवर्षा पंच मंदिर के सामने हो रहे कटाव को रोकने के लिए जल संसाधन विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मी पिछले एक हफ्ते से काफी मशक्कत कर रहे हैं।नदी के मुख्य धारा की दिशा बदलने के लिए शुक्रवार से नदी के बीचोबीच चिराई की पहल भी शुरू की गयी थी जो अब भी जारी है।

नदी के चिराई कार्य में जुटे लोग

इस बीच नदी द्वारा दिशा बदलने से अब बसहिया ढाला एवं सलेमपुर गांव में रामनारायण यादव के घर के सामने तेज कटाव शुरू हो गया है। इससे आपदा विभाग के पदाधिकारी भी हलकान हो गए हैं। इस बीच जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता विनोद कुमार ने बताया कि सोनवर्षा पंचमन्दिर के सामने हो रहे कटावरोधी कार्य एवं नदी की चिराई से यहां कटाव रुक गया है। उन्होंने बताया कि नदी के धार की दिशा बदलने से अब बसहिया ढाला के समीप कटाव शुरू हो गया है जिसे रोकने के लिए अब यहां कटावरोधी कार्य शुरू कराया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि एक-दो दिनों में इसपर काबू पा लिया जाएगा। वैसे प्रशासनिक स्तर पर सारण तटबंध की सुरक्षा का चाहे लाख दावा किया जा रहा हो लेकिन नदी की धारा के बार बार दिशा बदलने से तटबंध के किनारे बसे लोगों मे भय व्याप्त है। विगत सप्ताह से जारी तेज कटाव के कारण तटीय इलाकों में बसे लगभग एक दर्जन लोगों के दालान एवं बथान नदी में समा गये हैं, वहीं सैकड़ो एकड़ जमीन भी नदी में विलीन हो गई है।

इससे पहले शुक्रवार से दर्जनों मजदूर नदी की चिराई के काम मे जुट गए हैं।जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता विनोद कुमार ने बताया कि सारण तटबंध के किलोमीटर 72.6 से 76.2 के बीच स्थित सलेमपुर, सोनवर्षा एवं बसहिया गांव के सामने नदी के धारा की दिशा बदलने की कार्रवाई के बाद कटाव में कमी देखी जा रही है। उन्होंने बताया कि हाजीपुर से मशीन मंगाया जा रहा है जिससे नदी के चिराई को अविलंब पूरा किया जा सके। नदी की चिराई हो जाने से नदी के धारा की दिशा बदल जाएगी, जिससे आनेवाले दिनों में सारण तटबंध पर दबाव कम होगा।

मालूम को कि विगत वर्षों में सारण तटबंध के किलोमीटर 76 से 77 के बीच स्थित सरौजा भगवानपुर गांव के सामने कटावरोधी कार्यो एवं नदी की चिराई के बाद नदी की दिशा बदल गयी थी। नदी की दिशा बदलने के बाद गत वर्ष से सलेमपुर ,सोनवर्षा एवं बसहिया गांव के सामने कटाव शुरू हो गया था।