छपरा। जिला के मशरक प्रखंड के प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में 25 जून, शुक्रवार की शाम तैनात चिकित्सक अचानक गायब हो गए, जिससे इलाज हेतु आए मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। एक तरफ जहां सरकार स्वास्थ्य सेवा सुदृढ करने का दावा करती है, वहीं पीएचसी में कार्यरत चिकित्सक अपना रवैया बदलने को तैयार नहीं हैं।
हालात ऐसे हैं कि ड्यूटी आवर के बीच में इनके नदारद होने का सिलसिला जारी है। इसके चलते मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। शुक्रवार की शाम दो बजे से चिकित्सक विहीन पीएचसी में आए मरीज इलाज के लिए दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हो गए। शुक्रवार की शाम दुमदुमा गांव की शारदा कुंवर को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था पर चिकित्सक के नही रहने से महिला के परिजन परेशान हो गए।
मरीजों के परिजनों का आरोप है कि पीएचसी में तैनात चिकित्सकों की मनमानी थम नहीं रही है। शुक्रवार की शाम कई मरीज दूर-दराज से इलाज के लिए पीएचसी पर पहुंचे पर चिकित्सकों के नहीं रहने से स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प हो गई।
वैसे भी जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर ग्रामीण इलाके में स्थित इस सरकारी अस्पताल में अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है, जिस पर अधिकारी या जनप्रतिनिधि ध्यान नही दे रहे हैं। बता दें कि पीएचसी में फिलहाल तीन एमबीबीएस चिकित्सक तैनात हैं, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि तैनात चिकित्सक अक्सर नदारद रहते हैं।