छपरा। सारण मुख्य नहर में 17 किमी लंबाई में 334 करोड़ रुपये की लागत से गाद सफाई तथा लाइनिंग का कार्य कराया जाएगा। छपरा शाखा नहर और महाराजगंज उपशाखा नहर में भी करोड़ों की लागत से पुनर्स्थापन कार्य कराया जाएगा। इसके बाद गोपालगंज, सिवान और सारण जिले के कई प्रखंडों के किसानों को सुचारु रूप से सिंचाई सुविधा मिलने लगेगी। राज्य के जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने बुधवार को महाराजगंज प्रखंड में छपरा शाखा नहर और महाराजगंज उपशाखा नहर का स्थल निरीक्षण करने के दौरान उक्त बातों की जानकारी दी। इस क्रम में उन्होंने वहां उपस्थित अधिकारियों को कई निर्देश भी दिए।
राज्य के जल संसाधन सह सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने बुधवार को सिवान जिले के महाराजगंज प्रखंड में छपरा शाखा नहर के वि.दू. 100.25 और महाराजगंज उपशाखा नहर के वि.दू. 0.00 पर स्थल निरीक्षण किया तथा क्षेत्रवासियों के साथ संवाद किया। इसके उपरांत उन्होंने जिला अतिथिगृह, छपरा (सारण) में आयोजित समीक्षा बैठक में सारण, सिवान और गोपालगंज जिले में सिंचाई सुविधाओं के विस्तार के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं की विस्तृत समीक्षा कर अधिकारीगण को कई जरूरी निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि सारण, सिवान और गोपालगंज जिले के कुछ विधायक पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिले थे और क्षेत्र में सिंचाई के लिए नहर का पानी मिलने में आ रही दिक्कतों की जानकारी दी थी। इस पर मुख्यमंत्री ने जल संसाधन मंत्री को स्थल निरीक्षण कर स्थिति की समीक्षा करने के निर्देश दिये थे।
समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मा मंत्री श्री झा ने बताया कि सारण मुख्य नहर कच्चा होने के कारण इसके तल में गाद भर गया है। इससे सारण मुख्य नहर में निर्धारित 8500 क्यूसेक जलस्राव की जगह सिर्फ 3400 क्यूसेक जलस्राव प्रवाहित हो पाता है। यानी मुख्य नहर में रुपांकित जलस्राव के आधे से भी काफी कम पानी प्रवाहित हो पाता था। इसके समाधान के लिए सारण मुख्य नहर के वि०दू० 0.00 से वि०दू० 55.75 तक कुल 17 किमी लंबाई में 334 करोड़ रुपये की लागत से गाद सफाई तथा लाईनिंग (नहर के पक्कीकरण) का कार्य कराया जाएगा। सारण मुख्य नहर में जलस्राव बढ़ने पर छपरा शाखा नहर में पानी पहुंचने लगेगा।
मंत्री ने बताया कि सारण मुख्य नहर के वि०दू०113.00 से छपरा शाखा नहर निकलती है और छपरा शाखा नहर के वि०दू० 100.25 से महाराजगंज उपशाखा नहर निकलती है। छपरा शाखा नहर के वि०दू० 0.00 से वि०दू० 100.25 तक और महाराजगंज उपशाखा नहर के वि०दू० 0.00 से 53.00 तक के भाग में भी अत्यधिक गाद जमा हो गया है। इससे इन नहरों में भी रूपांकित जलश्राव प्रवाहित नहीं हो पा रहा है। इसके समाधान के लिए ‘हर खेत तक सिंचाई का पानी’ कार्यक्रम के तहत छपरा शाखा नहर के वि०दू० 0.00 से 100.00 तक पुनर्स्थापन कार्य (अनुमानित लागत 17 करोड़ 28 लाख 48 हजार रुपये) और महाराजगंज उपशाखा नहर के वि०दू० 0.00 से 53.00 तक पुनर्स्थापन कार्य (अनुमानित लागत 4 करोड़ 77 लाख 30 हजार रुपये) का प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि उक्त नहरों के पुनर्स्थापन की योजनाओं के कार्यान्वयन से गोपालगंज जिले के मांझा एवं कुचायकोट प्रखंड, सिवान जिले के बड़हरिया, पंचरुखी, महाराजगंज एवं दरौंदा प्रखंड तथा सारण जिले के मांझी प्रखंड के किसानों को सुचारु रूप से सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘सात निश्चय 2’ में घोषित ‘हर खेत तक सिंचाई का पानी’ से संबंधित योजनाओं को तेजी से पूरा करने के लिए जल संसाधन सहित सभी संबंधित विभागों द्वारा तेजी से कार्य कराये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री खुद इन योजनाओं की प्रगति की नियमित रूप से समीक्षा कर रहे हैं। राज्य सरकार वर्ष 2025 तक बिहार के हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने के महत्वाकांक्षी सपने को पूरा करने के लिए तत्पर है।
जिला अतिथिगृह, छपरा (सारण) में आयोजित समीक्षा बैठक में कला, संस्कृति तथा युवा मंत्री जितेंद्र कुमार राय, मांझी विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ सत्येंद्र यादव, छपरा सदर के विधायक डॉ सी० एन० गुप्ता, अमनौर के विधायक कृष्ण कुमार मंटु, सारण के जिलाधिकारी अमन समीर, इंजीनियर इन चीफ (सिंचाई सृजन) ईश्वर चंद्र ठाकुर के अलावा जल संसाधन विभाग के वरीय अधिकारी एवं अभियंता मौजूद थे।