सेंट्रल डेस्क। नोएडा स्थित सेक्टर-12 के एक होटल के कमरे से गुरुवार की देर रात युवक का शव बरामद किया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को कब्जे में लिया। वहां से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें मौत के कारणों, इंटरनेट पर आसान मौत से संबंधित सर्च से लेकर बेरोजगारी व कर्ज में डूबे होने की बात लिखी गई है। रिपोर्ट के अनुसार मृतक मूलरूप से असम का रहने वाला 32 वर्षीय रमेश दास बताया जाता है, जो अपने परिवार के साथ नोएडा की चोटपुर कॉलोनी में रहते थे।
रिपोर्ट में परिजनों के हवाले से बताया गया है कि मृतक रमेश पहले एक कंपनी में नौकरी करते थे। उन्होंने गुरुवार 17 जून की शाम सेक्टर-12 स्थित एक होटल में कमरा बुक किया था। रमेश अपने साथ पांच किलोग्राम का सिलिंडर भी लाए थे। जिसके बाद कमरे में जाकर बेड पर लेट गए और नाइट्रोजन से भरे सिलिंडर से पाइप लगाकर मास्क मुंह पर लगा लिया। कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई।
इधर उनके परिजन रमेश के देर रात तक घर नहीं पहुंचने के कारण परेशान थे। बाद में उसके जीमेल एकाउंट से लोकेशन का पता करते हुए परिजन आधी रात को उस होटल के आसपास पहुंचे तो गश्त कर रही पुलिस से मदद मांगी। इसके बाद पुलिस की टीम भी होटल पहुंची। काफी देर तक खटखटाने के बाद भी जब रमेश ने दरवाजा नहीं खोला तो पुलिसवालों ने दरवाजा तोड़ दिया। रमेश बेड पर नाइट्रोजन मास्क लगाकर मृत पड़ा हुआ था। मौके से पुलिस ने एक सुसाइड नोट बरामद किया है।
एसीपी रजनीश वर्मा ने मीडिया को बताया है कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उन्होंने बताया कि मृतक पहले एक कंपनी में नौकरी करता था, जो फिलहाल छूट गई थी। इस कारण वह परेशान था। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लिखा है कि ‘मैं अपनी खुशी से आत्महत्या कर रहा हूं। मैंने इंटरनेट पर सर्च कर सीखा था कि नाइट्रोजन गैस से बिना दर्द मौत होती है। अगर आज इस तरीके से मैं मर गया तो घरवालों को सूचित कर देना।” इसके नीचे उन्होंने अपने पिता, पत्नी, साले व भाई का मोबाइल नंबर लिखा था।
रिपोर्ट के अनुसार सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि आत्महत्या की वजह पांच लाख रुपये का कर्ज है। इसे चुका नहीं पा रहा हूं। नौकरी भी चली गई। जो नौकरी मिल रही है, उसे करने का मन नहीं है। आखिर में घरवालों से कहना चाहता हूं कि मैं उनसे बहुत प्यार करता हूं। मैं छोड़कर जा रहा हूं, माफ कर देना।
पुलिस जांच में पता चला है कि कर्ज व नौकरी से परेशान रमेश दास दूसरी नौकरी ढूंढ रहा था। गुरुवार को उसने जोमैटो में एक दिन की नौकरी की और एक शख्स के यहां खाना भी डिलीवर किया। इसके बाद वह सेक्टर-12 के ओयो होटल में आकर नाइट्रोजन मास्क लगाकर आत्महत्या कर ली। रमेश के दो बच्चे हैं और उसकी पत्नी, माता पिता से लेकर परिवार के कई सदस्य नोएडा में ही रहते हैं।