मधुबनी। कोरोना महामारी के कारण सभी चिकित्सा महाविद्यालयों एवं अस्पतालों में ओपीडी और आईपीडी सेवा प्रभावित हुई है. इससे अन्य रोगों के मरीजों को ससमय उपचार करवा पाने में परेशानी का सामना करना पड़ा है. इसका संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि तत्काल प्रभाव से सभी चिकित्सीय संस्थानों में ओपीडी और आईपीडी सेवा को तत्काल बहाल किया जाये. इस अलोक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी संबंधित अधिकारीयों को पत्र जारी कर दिए आवश्यक निर्देश दिए हैं.
अस्पतालों में शुरू होगी ओपीडी और आईपीडी सेवा:
जारी पत्र में बताया गया है कि विभिन्न अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए नामांकित किये जाने के कारण आमजनों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के समाधान में कठिनाई हो रही है. इसे ध्यान में रखते हुए सभी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों में 100 बेड कोविड-19 संक्रमित मरीजों के लिए नामांकित किये जाएँ एवं 25 बेड पोस्ट कोविड स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से ग्रस्त मरीजों के इलाज हेतु सुरक्षित रखते हुए ओपीडी और आईपीडी की सेवा तत्काल प्रारंभ किया जाए.
अनुमंडलीय एवं अन्य अस्पतालों में बेड की संख्या का जिलाधिकारी लेंगे निर्णय:
जारी पत्र में निर्देशित है कि अनुमंडलीय अस्पतालों एवं अन्य अस्पतालों में संचालित डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर एवं कोविड केयर सेंटर के सम्बन्ध में जिला पदाधिकारी के स्तर पर समीक्षा के उपरांत कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए बेड की संख्या का निर्धारण कर सुरक्षित रखा जाए एवं सभी अस्पतालों में ओपीडी और आईपीडी की सेवा तत्काल प्रभाव से बहाल की जाए.
कोविड संक्रमण से बचने के लिए सुरक्षा मानकों का कड़ाई से करें पालन:
जिला में संक्रमण दर में लगातार कमी दर्ज की जा रही है. राज्य सरकार ने इसे देखते हुए अनलॉक की प्रक्रिया आरंभ कर दी है. ऐसे में सभी को सचेत रहने की जरुरत है क्योंकि जरा सी लापरवाही दुबारा संक्रमण को बढ़ा सकती है. घर से बाहर मास्क का नियमित इस्तेमाल, हाथों की नियमित सफाई और भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचना अभी भी सभी के लिए जरुरी है. सरकार तेजी सा सभी योग्य लाभार्थियों को टीकाकृत करने के लिए टीकाकरण अभियान वृहत पैमाने पर चला रही है और टीकाकरण करवाकर ही हम कोविड संक्रमण को मात दे सकते हैं !