छपरा। सारण जिला के मांझी में बीएसएफ जवान का शव पहुंचते ही कोहराम मच गया। परिजनों सहित पूरे गांव में माहौल गमगीन हो गया। मांझी थाना क्षेत्र के दुर्गापुर निवासी सनोज सिंह (50वर्ष) पिता महातम सिंह की कोलकाता के बीएसएफ अस्पताल में इलाज के क्रम में मृत्यु हो गई। जिसके बाद मृत जवान का शव शनिवार को छपरा पहुंचा। शव देखने के लिए पूरे ग्रामीणों की भीड़ जुट गई।
बताया जाता है कि गुरुवार को ड्यूटी पर अचानक उनकी तबियत खराब हो गई थी। इसके बाद सहकर्मियों द्वारा ईलाज के लिए कलकत्ता बीएसएफ अस्प्ताल में भर्ती कराया गया, जहाँ शुक्रवार की रात में उनकी मौत हो गई । जिसके बाद शनिवार को शव छपरा के मांझी प्रखंड स्थित दुर्गापुर गांव पहुंचा।
शव पहुचने के बाद साथ आये जवानों द्वारा सलामी देते हुए। सरयू नदी के किनारे दुर्गापुर मुक्ति घाट घाट पर अंतिम संस्कार हुआ। तिरंगे में लिपटा शव को देख घाट पर मौजूद सभी लोगो के आंखों में आंसू आ गए। शव के साथ आये बीएसएफ जवानों द्वारा मातमी धुन पर सलामी देते हुए जवान को अंतिम विदाई दी गई। मृतक सनोज के पुत्र ने मुखाग्नि दिया।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए साथ आए अधिकारियों ने बताया कि जवान सनोज सिंह की बृहस्पतिवार को ड्यूटी के दौरान अचानक से तबीयत खराब हुई। उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए यूनिट डिस्पेंसरी में दिखाया गया। लेकिन आराम नहीं होने के बाद स्थिति और गंभीर देखते हुए बीएसएफ अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने किडनी और लंग्स में इन्फेक्शन की बात बताई। इलाज के क्रम में शनिवार की शाम में मौत हो गई। जिसके बाद ऑफिशियल प्रोसेस करने के बाद शव को पैतृक गांव लेकर आया गया।