छपरा। सारण और गोपालगंज जिले के किसानों के लिए सोमवार का दिन बेहद खास रहा। पहली बार भारत सुगर मिल सिधवलिया की तरफ से गन्ना किसानों के खेतों में एग्रीकल्चर ड्रोन की मदद से खाद और दवा का छिड़काव किया गया जो सफल रहा। भारत सुगर मिल सिधवलिया के प्रबंधक शशी केडिया के आदेशानुसार सारण जिले के मशरक थाना क्षेत्र के कर्ण कुदरिया गांव में किसान व बीडीसी संजय सिंह के 15 एकड़ गन्ना के खेतों में एग्रीकल्चर ड्रोन से यूरिया और दवा का छिड़काव किया गया। मौके पर केन मैनेजर वाई पी राव,शिव प्रकाश मिश्र उप गन्ना प्रबंधक, अंकित मिश्र सहायक गन्ना विकास अधिकारी, चंदन कुमार सिंह समेत कई अन्य मौजूद रहे।
मौके पर उपस्थित केन मैनेजर वाई पी राव ने बताया कि भारत सुगर मिल सिधवलिया गन्ना की उन्नत फसलों के उपज के लिए किसानों को आधुनिक खेती के लिए उपकरण उपलब्ध करा रही है यह एग्रीकल्चर ड्रोन तकनीक किसानों के लिए वरदान साबित होंगी। कर्ण कुदरिया गांव में इसका ट्रायल शुरू किया गया। इसकी मदद से गन्ना की फसलों पर दवा और खाद का छिड़काव कम समय और कम लागत में की जा रही है। लागत में 50 प्रतिशत तक की कमी आ रहीं हैं।
वहीं किसान एक दिन में 50 एकड़ में दवा और खाद का छिड़काव कर सकते हैं। उन्हें इसके लिए 800 रूपए प्रति एकड़ का भुगतान करना होगा जिसमें दवा और खाद शामिल हैं। एक एकड़ गन्ने की फसल में दवा और खाद छिड़काव करने में महज 6 मिनट का समय लगता है। उन्होंने बताया कि सारण और गोपालगंज में गन्ना की फसलों पर दवा और खाद एग्रीकल्चर ड्रोन के माध्यम से छिड़काव में पहला स्थान प्राप्त किया है।