छपरा। माँझी थाना क्षेत्र के सबदरा टोले गांव में बीते शुक्रवार को दो पट्टीदारों के बीच हुई मारपीट में जख्मी एक ब्यक्ति की रविवार को पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज के क्रम में मौत हो गई। सोमवार की देर शाम छपरा से पोस्टमार्टम के बाद मृतक गणेश राय का शव गांव में पहुँचते ही कोहराम मच गया और दरवाजे पर आसपास के ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। दरवाजे पर छाती पीट पीटकर रो रही महिलाएं अपने पट्टीदार दहारी राय के परिजनों पर गणेश राय को ईंट पत्थर से कुंच कुंच कर मार डालने का आरोप लगा रही थी।
परिजनों द्वारा बीती रात्रि माँझी श्मशान घाट पर शव का दाह संस्कार कर दिया गया। मारपीट के मामले में मृतक के पुत्र आदर्श कुमार के बयान पर माँझी थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है जिसमें मृतक के चाचा दहारी राय समेत कुल पांच लोगों को नामजद किया गया है। बताते चलें कि मारपीट के दौरान मृतक का पुत्र आदर्श कुमार भी बुरी तरह जख्मी हुआ था जिसका अब भी इलाज चल रहा है।
मोबाइल को लेकर हुआ था विवाद
मृतक की पुत्री श्वेता कुमारी ने बताया कि मारपीट से पहले उसके भाई तथा पड़ोस के चचेरे भाइयों के बीच मोबाइल छीनने को लेकर विवाद हुआ था। उसने बताया कि कथित रूप से पड़ोस के लड़के द्वारा मोबाइल छीनने का विरोध करने पर वे लोग उसके भाई को पीट रहे थे तथा उसे बचाने गए पिता पर कुल सात लोग टूट पड़े तथा घायल हो कर गिरने के बाद ईंट पत्थर से उनके सिर को कुंच दिया गया। जिससे इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उसने बताया कि पट्टीदार ने उसके पिता से 50 हजार रुपये कर्ज भी लिए थे तथा अपना पैसा मांगने पर धमकी भी देते थे।
हरियाणा की फैक्ट्री में काम करता था मृतक
परिजनों के मुताबिक मृतक पहले हरियाणा में एक एक्सपोर्ट्स कम्पनी में काम करता था लेकिन पिछले नवम्बर माह से घर पर रहकर ही खेती गृहस्थी का काम करता था। मारपीट में पति की मौत हो जाने के बाद उसकी विधवा हो चुकी पत्नी बार बार बेसुध हो जा रही है तथा दूसरी तरफ परिजनों को मृतक के परिवार के भरण पोषण की चिंता सता रही है। मृतक के परिवार में पत्नी के अलावा एक पुत्र व दो पुत्री अविवाहित हैं।
दोनों के बीच भूमि विवाद में पहले भी हुई थी मारपीट
मृतक के छोटे भाई महेश राय ने बताया कि पुश्तैनी जमीन को लेकर विगत वर्ष 22 दिसम्बर को भी मारपीट हुई थी तथा उस दौरान भी मृतक गणेश राय बुरी तरह जख्मी हुए थे। जिनका लगभग दो माह तक इलाज चला था। परिजनों ने बताया कि पट्टीदार से मिल रही धमकी के मद्देनजर उनके खिलाफ पुलिस को आवेदन भी दिया गया था लेकिन कार्रवाई नही हुई।