पटना। बिहार के प्रारंभिक शिक्षक पात्रता परीक्षा यानि BETET पास अभ्यर्थियों के लिए यह बड़ी खुशखबरी है। बिहार सरकार ने बिहार प्रारंभिक शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र की वैधता को 7 साल से बढाकर आजीवन कर दिया है। अर्थात जिसने एक बार BETET की परीक्षा पास कर ली है, वे अन्य कैरेटेरिया को पूरा करने पर उसी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी के लिए कभी भी आवेदन कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि विगत दिनों केंद्र सरकार ने टीईटी पास अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र की मान्यता को सात साल से बढ़ाकर आजीवन कर दिया था। केंद्र सरकार के उसी फैसले के आलोक में बिहार की राज्य सरकार ने भी यह आदेश जारी कर दिया है।
बिहार के शिक्षा विभाग के उप सचिव अरशद फिरोज द्वारा शुक्रवार, 11 जून 2021 को इस बाबत पत्र जारी किया गया है। जारी पत्र में कहा गया है कि बिहार के प्रारंभिक सरकारी विद्यालयों में नियुक्ति बिहार पंचायत प्रारंभिक विद्यालय सेवा नियमावली 2020 और बिहार नगर प्रारंभिक विद्यालय सेवा 2020 के तहत की जाती है। इस नियमावली के अनुसार प्रारंभिक शिक्षक के पद पर नियुक्ति के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा पास होना जरूरी है।
बिहार में शिक्षा विभाग द्वारा प्रारंभिक शिक्षक पात्रता परीक्षा ली जाती है, जिसके प्रमाण पत्र की वैधता 7 साल थी। इसी बीच राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने 9 जून को शिक्षक पात्रता परीक्षा TET की वैधता को 11 फरवरी 2021 के प्रभाव से आजीवन कर दिया है। केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों से भी शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र की वैधता को आजीवन मान्य करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया है।
इस आलोक में बिहार में आयोजित प्रारंभिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र की वैधता को बढाया जा रहा है। ये पहले 7 साल के लिए मान्य थी, लेकिन अब इसकी मान्यता आजीवन होगी। सरकार ने कहा है कि BETET पास कर चुके अभ्यर्थियों को दुबारा परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी। अगर वे शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया की दूसरी शर्तों को पूरा करते हैं तो कभी भी आवेदन दे सकते हैं। अब भविष्य में होने वाली BTET की परीक्षा का प्रमाण पत्र भी आजीवन मान्य रहेगा।