छपरा : पीएनबी से फर्जी आधार कार्ड पर 1.10 लाख की निकासी, पीड़ित का आरोप- एकाउंट पेयी चेक का कर दिया नकद भुगतान

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छपरा। शहर के काशी बाजार स्थित पंजाब नेशनल बैंक से ₹1.10 लाख के फर्जी निकासी का मामला सामने आया है. इस मामले में बैंक कर्मियों की संलिप्तता भी सामने आ रही है. क्योंकि यह निकासी फर्जी आधार कार्ड के माध्यम से की गई है. इस बात की जानकारी तब हुई जब राम चरण सिंह का पुत्र जमा किए गए चेक की जानकारी लेने पहुंचा कि वह खाते में जमा क्यों नहीं हुआ. फिर मामला खुल गया और इस मामले में बैंक के शाखा प्रबंधक के द्वारा बताया गया कि प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद ही उनके द्वारा पुलिस को सीसीटीवी फुटेज दिखाया जाएगा. हालांकि यह मामला अब जांच का विषय है, लेकिन इस मामले में बैंक कर्मचारियों की संलिप्तता साफ नजर आ रही है. क्योंकि जिस तरह जमा किये गये चेक का नकद भुगतान किया गया, वह संदेहास्पद है.

अकाउंट पेई चेक का कर दिया नकद भुगतान

ग्राहक का कहना है कि सौरभ पांडे के द्वारा ₹1.10 लाख का चेक शहर के काशी बाजार निवासी राम चरण सिंह के नाम पर काटा गया था. जिसको राम चरण सिंह के पुत्र अवधेश सिंह उर्फ बवाली सिंह के द्वारा विगत 15 मार्च को काशी बाजार स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में जमा किया गया था. जिसका रसीद उसके पास मौजूद है. उसके द्वारा चेक को क्रॉस किए जाने के बाद ड्रॉप बॉक्स में डाला गया था. जिसके बाद अकाउंट में पैसा जमा नहीं होने के बाद 8 अप्रैल को वह पुन: पंजाब नेशनल बैंक पहुंचा तो उसे जानकारी मिली कि चेक का नकद भुगतान कर दिया गया है.

जब बैंक के द्वारा जिस आधार कार्ड से भुगतान किया गया था वह दिखलाया गया तो पता चला कि वह फर्जी था. जिसमें रेलवे कॉलोनी का पता दिया गया था. जांच उपरांत पाया गया कि आधार कार्ड का वह नंबर इनवेलिड है.

क्या कहते हैं पीड़ित

इस मामले में पीड़ित राम चरण सिंह के पुत्र अवधेश सिंह ने बताया कि उसके द्वारा ₹1.10 लाख का अकाउंट पेई चेक कर विगत 15 मार्च को पीएनबी में जमा किया गया था. खाते में पैसा नहीं आने के बाद जब उसके द्वारा 8 अप्रैल को बैंक में जाकर पता किया गया तो उसे जानकारी मिली थी चेक का भुगतान आधार कार्ड पर नकद ही कर दिया गया है. उसके द्वारा बताया गया कि बैंक ₹50000 से अधिक लेनदेन के लिए पैन कार्ड और आधार कार्ड की जांच पड़ताल की जाती है जबकि बैंक वालों के द्वारा बिना छानबीन किए फर्जी आधार कार्ड के माध्यम से इस पैसे का भुगतान किया गया है.

बैंक कर्मियों पर आरोप लगाते हुए उसने बताया कि जब उसके द्वारा वह चेक बैंक में जमा किया गया था तो फिर दूसरे व्यक्ति के पास वह चेक कैसे पहुंचा और कैसे नकद भुगतान किया गया. जबकि उसके द्वारा वह चेक बैंक के ड्रॉप बॉक्स में जमा किया गया था. जिसका रशीद उसके पास अभी मौजूद है. ऐसी स्थिति में बैंक वालों की तरफ से उसके पैसे की फर्जी तरीके से निकासी कर ली गई है. उसके द्वारा बताया गया कि इस मामले में उसके द्वारा भगवान बाजार थाने में प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया गया है.

फटे चेक पर किया गया ₹1.10 लाख का भुगतान

इस दौरान पीड़ित ने आरोप लगाया कि जिस चेक से बैंक के द्वारा भुगतान किया गया उस चेक के कॉर्नर को फाड़ दिया गया था जिससे कि पता नहीं चले कि वह अकाउंट पेई चेक है. ऐसी स्थिति में बैंक के द्वारा उस चेक पर इतनी बड़ी रकम का भुगतान किया जाना बैंक कर्मियों की मिलीभगत को दर्शाता है. अब यह जांच का विषय है कि उसके द्वारा बैंक के ड्रॉप बॉक्स में जमा किया गया चेक उस फर्जी व्यक्ति के पास कैसे पहुंचा और बैंक वालों के द्वारा कैसे भुगतान कर दिया गया, जो कि सीसीटीवी जाने के बाद खुलकर सामने आएगा.

क्या कहते हैं पीएनबी बैंक के शाखा प्रबंधक

इस मामले में पंजाब नेशनल बैंक के काशी बाजार शाखा प्रबंधक अशोक कुमार ने बताया कि एक युवक चेक लेकर आया था. उसके द्वारा आधार कार्ड दिया गया. जिसके आधार पर उसे है ₹1.10 लाख की रकम का भुगतान कर दिया गया. इस दौरान उन्होंने उक्त मामले में चेक जारी कर्ता से टेलिफोनिक जांच पड़ताल करने की बात पर उन्होंने बताया कि ₹200000 से अधिक रकम होने पर चेक जारीकर्ता से बात की जाती है.