सेंट्रल डेस्क। बिहार के दरभंगा रेलवे स्टेशन पर मिले पार्सल बम मामले में एनआईए ने बड़ा खुलासा किया है। एनआईए ने अपनी जांच में पाया है कि पकड़े गए आतंकियों का पाकिस्तान कनेक्शन है और वे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोएबा से जुड़े हुए हैं। उनकी साजिश थी कि चलती ट्रेन में विस्फोट कर देश को दहला दिया जाय। एनआईए ने मूल रूप से उत्तरप्रदेश के शामली के रहने वाले दो आतंकियों को हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। इसके बाद ये खुलासे हुए हैं।
दरभंगा रेलवे स्टेशन पर हुए पार्सल ब्लास्ट के मामले में एनआईए ने दो मुख्य आरोपितों, इमरान मलिक और मोहम्मद नासिर को गिरफ्तार किया है। एनआईए की जांच में इन दोनों का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है और उन्हें लश्कर का आतंकी बताया गया है। दोनों हैदराबाद में रह रहे थे और उनकी साजिश देश के अलग-अलग हिस्सों में आतंकी हमलों के जरिए दहशत फैलाने की थी। अब एनआईए ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और उनके जरिए साजिशों की कई जानकारी निकलकर सामने निकल आई है।
एनआईए (NIA) की प्रवक्ता जया राय ने मीडिया को बताया कि गिरफ्तार इमरान मलिक उर्फ इमरान खान और उसका भाई मोहम्मद नासिर खान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष आतंकवादियों द्वारा देश भर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए रची गई साजिश का हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि दोनों को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया। आरोपी मूल रूप से उत्तर प्रदेश में शामली जिले के रहने वाले हैं।
बता दें कि एनआईए ने 17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर एक पार्सल में हुए विस्फोट की जांच अपने हाथ में ली थी। जांच में खुलासा हुआ कि पार्सल सिकंदराबाद में बुक किया गया था और सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस से वहां पहुंचा।
17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पार्सल में विस्फोट हुआ था। जांच के दौरान पुलिस को केमिकल ब्लास्ट का शक हुआ क्योंकि मौका-ए- वारदात पर केमिकल की बोतल भी बरामद हुई थी। इस मामले में 24 जून को एनआईए ने जांच शुरू की थी।
जांच में NIA को पता चला कि दोनों आतंकी देश में और भी आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की साजिश कर रहे थे। NIA के मुताबिक, ये दोनों पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के आदेश पर हिंदुस्तान में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में जुटे थे। गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद नासिर खान और उसके भाई इमरान मलिक ने ही ये आईईडी बम बनाया था। उस बम को कपड़े के एक पार्सल में पैक किया गया, जिसे सिकंदराबाद से दरभंगा तक लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन में रखा गया। इनका मकसद चलती हुई यात्री ट्रेन में विस्फोट करने का था।
एनआईए की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद नासिर खान ने वर्ष 2012 में पाकिस्तान का दौरा किया था और वहीं केमिकल बम बनाना सीखा था। अब ट्रेनिंग में सीखी उसी तकनीक के जरिए ये आतंकी चलती ट्रेन में भी बड़ी वारदात को अंजाम देना चाहते थे, लेकिन उनके मंसूबे नाकामयाब रह गए। एनआईए की जांच अभी भी जारी है, ऐसे में और भी कई चौंकाने वाली बातें सामने आ सकती हैं।