Nitish Attacks Lalu: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिना राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद (Lalu Yadav) का नाम लिये कहा कि …. तो वे गोली ही मरवा दें। सबसे अच्छा यही होगा। बाकी कुछ तो वे नहीं कर सकते हैं। पर, अगर चाहें तो गोली मरवा सकते हैं। मुख्यमंत्री (CM Nitish Kumar) मंगलवार को उपचुनाव के प्रचार से लौटने के बाद पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि लालू जी कह रहे हैं कि पटना आये ही हैं, नीतीश जी का विसर्जन करने के लिए। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने ये बातें कहीं।
दरअसल, नीतीश कुमार आज कुशेश्वरस्थान (Kusheshwar sthan) और तारापुर (Tarapur) में हो रहे उप चुनाव में प्रचार करने गये थे। वापस लौटे तो पटना में पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछा। पत्रकारों ने कहा-लालू जी कल से चुनाव प्रचार करने जा रहे हैं। इसपर नीतीश कुमार बोले-जाने दीजिये। जिसको जहां जाना है जाये। दूसरा सवाल पूछा गया-लालू जी कह रहे हैं कि वे बिहार में नीतीश कुमार का विसर्जन करने आये हैं।
इसके जवाब में नीतीश कुमार ने कहा, “गोलिये मरवा दे, सबसे अच्छा यही होगा। बाकी कुछ नहीं कर सकते हैं। अगर चाहें तो गोली मरबा सकते हैं। और कुछ नहीं कर सकते हैं। समझ गये न।”
पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राजद को 15 सालों का मौका मिला तो वह क्या किया? कितने लोगों को रोजगार दिया? कितना सड़क बनावाया? बिजली के लिये क्या किया? स्कूल में कितनों को पढ़वाया? वर्ष 2005 के पहले क्या स्थिति थी अनुसूचित जाति, अतिपिछड़ी जाति, अल्पसंख्यक और महिलाओं की। कितने लोगों को भगाये थे यहां से।
उन्होंने कहा, “हमलोगों को काम करने का मौका मिला तो ज्यादा रोजगार के लिए काम कर रहे हैं। कोरोना के दौर में रोजगार के लिए प्रबंध किया है। बड़ी संख्या में शिक्षकों का नियोजन हुआ। विभिन्न विभागों में नियुक्ति का काम जारी है। इतना ही नहीं अपना रोजगार खोलने के लिए एससी और एसटी वर्ग को पांच लाख का अनुदान और पांच लाख के लोन की व्यवस्था करायी।”
सीएम नीतीश ने आगे कहा कि बाद में अतिपिछड़ा वर्ग को भी इस योजना में शामिल किया। सभी वर्ग की महिलाओं को को भी पांच लाख अनुदान और बिना ब्याज के पांच लाख का लोन दिया जा रहा है। अब बाकी समुदाय के लोगों को भी पांच लाख का अनुदान और मात्र एक प्रतिशत ब्याज पर लोन की व्यवस्था की गई।
राजद सरकार में बाढ़ और सुखाड़ में लोगों को कुछ नहीं मिलता था। अब हर एक को मदद पहुंचायी जाती है। जो भी वायदा किया हमने पूरा किया। हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाया। शौचालय का निर्माण किया गया।
हर पंचायत में इंटर तक की पढ़ाई का प्रबंध किया, ताकि लड़कियां की शिक्षा बेहतर हो। विपक्ष के लोग पब्लिसिटी के लिए हमपर बोलते हैं। हमको इसकी कोई चिंता और परवाह नहीं है।
बता दें कि मंगलवार को ही तारापुर (Tarapur) में उनकी चुनावी सभा के दौरान हंगामा खड़ा हो गया था। रोजगार और नौकरी की मांग वाली तख्तियां-बैनर लेकर कुछ युवाओं ने मुख्यमंत्री की सभा में हंगामा कर दिया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा, “उनलोगों को हल्ला करने दीजिए। 15-20 लोग हैं। मैंने कहा कि कागज दे दीजिए, जो सही कार्रवाई होगी वो करेंगे लेकिन ये हल्ला करने आए हैं।”