Karnataka Discrimination : दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक (Karnataka) से एक हैरान कर देनेवाला मामला सामने आया है। यहां एक लड़की ने कथित रूप से भेदभाव (Discrimination) से परेशान होकर अपने पूरे परिवार को जहर दे दिया। घटना में लड़की के मां-बाप, बहन और दादी सहित चार लोगों की मौत हो गई। फॉरेंसिक रिपोर्ट (Forensic Report) में इस मामले का खुलासा हुआ है। फॉरेंसिक रिपोर्ट सामने आने पर पता चला कि परिवार की मौत रात के खाने में मिले जहर से हुई। उस लड़की ने ही वारदात वाली रात खाना बनाया था।
घटना बीते जुलाई महीने की है, जिसकी पुलिस जांच-पड़ताल कर रही थी। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, दावनगरे में 17 साल की लड़की अपने परिवार में पिछले कुछ समय से भेदभाव का शिकार हो रही थी। पुलिस ने बताया कि लड़की को पढ़ाई न करने के लिए पीटा जाता था और काम करने के लिए खेतों में भेजा जाता था। उसे लगता था कि उसके घरवाले उसके साथ दुर्वय्वहार करते हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, लड़की ने भेदभाव से परेशान होकर अपने पूरे परिवार के खाने में जहर मिला दिया जिसमें उसके माता-पिता, छोटी बहन और दादी की मौत हो गई। हालांकि उसके बड़े भाई की जान बच गई। यह मामला जुलाई का है लेकिन शनिवार, 16 अक्टूबर को फॉरेंसिक रिपोर्ट सामने आने पर खुलासा हुआ कि परिवार की मौत रात के खाने में मिल जहर से हुई जिसे 17 साल की उस लड़की ने बनाया था।
पुलिस ने बताया कि लड़की को पढ़ाई न करने के लिए पीटा जाता थै और काम करने के लिए खेतों में भेजा जाता था। उसे लगता था कि उसके घरवाले उसके साथ दुर्वय्वहार करते हैं।
फॉरेंसिक रिपोर्ट में कहा गया है कि लड़की ने 12 जुलाई की रात को खाने में जहर (Poison in food) मिलाकर अपने घरवालों को खिला दिया। जिसके बाद 80 साल की दादी, 45 साल के पिता और 40 साल की मां, 16 साल की एक बहन को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई। हालांकि भाई की जान बच गई।
पुलिस ने बताया कि 17 साल की लड़की राधिका अपने नाना-नानी के घर पली-बढ़ी थी। तीन साल पहले वह अपने मां-बाप के साथ शिफ्ट हो गई जिनका घर तीन गली छोड़कर ही है। दोनों परिवार एक ही गांव में रहते थे. पुलिस ने बताया कि लड़की को लगता था कि उसे नानी के घर पर ज्यादा प्यार मिलता था और उसके मां-बाप उसके भाई-बहन को ज्यादा प्यार करते थे।
लड़की ने पुलिस को बताया कि उसके घरवाले उसे हर रोज डांटते थे और पीटते थे। काम करने के लिए उसे खेतों में भेजते थे। पुलिस ने बताया कि जब वह अपने मां-बाप के घर आई तो आठवीं क्लास में उसका दाखिला कराया गया, लेकिन वह अच्छे से नहीं पढ़ रही थी जिसको लेकर हर रोज झगड़ा होता था। अपने मां-बाप के व्यवहार से परेशान होकर उसने उन्हें मार डालने का फैसला किया।