CWC Meeting : कांग्रेस वर्किंग कमिटी (Congress Working Committee) की मीटिंग में सोनिया गांधी (Soniya Gandhi) ने असंतुष्ट नेताओं को साफ संदेश दे दिया है। कांग्रेस में भीतरी घमासान के बीच आज शनिवार, 16 अक्टूबर 2021 को सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक हुई। पूर्णकालिक अध्यक्ष (Congress President) की मांग कर रहे कुछ बड़े कांग्रेस नेताओं के बिना नाम लिए सोनिया गांधी ने यह कहकर जवाब दे दिया कि कांग्रेस की परमानेंट अध्यक्ष वही हैं।
सोनिया गांधी ने अपने संबोधन में साफ तौर पर कह दिया कि वो ही कांग्रेस की पूर्णकालिक अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा, “यदि आप मुझे ऐसा कहने की अनुमति देते हैं तो मैं कहती हूं कि मैं ही कांग्रेस की फुल टाइम अध्यक्ष हूं। मेरे लिए मीडिया के जरिये बात करने की जरूरत नहीं है।”
बैठक में सोनिया ने कहा कि हमने कभी भी लोक महत्व (Public Intereet) के मुद्दों पर टिप्पणी करने से इनकार नहीं किया। पार्टी में संगठन चुनाव पर भी सोनिया ने अपने विचार रखे। सोनिया गांधी ने कहा कि संगठन चुनाव का पूरा खाका आपके सामने आ रहा है।
बता दें कि कुछ ही दिन पहले कपिल सिब्बल ने कहा था कि कांग्रेस के फैसले कौन लेता है ये उन्हें समझ में नहीं आ रहा है। वहीं, लखीमपुर खीरी (LAKHIMPUR KHERI VIOLENCE) की चर्चा करते हुए सोनिया ने कहा, “कुछ चौंकाने वाली घटनाएं हाल ही में हुईं वो भाजपा (BJP) की मानसिकता को दर्शाती हैं। ये घटनाएं बताती हैं कि वह किसान आंदोलन को कैसे देखती है। किसानों (Farmers Protest) द्वारा अपने जीवन और आजीविका की रक्षा के लिए इस दृढ़ संघर्ष से कैसे निपटती है।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था (Economy) सबसे बड़ी चिंता है। सरकार (Modi Government) को आड़े हाथ लेते हुए सोनिया ने कहा कि आर्थिक सुधार के लिए सरकार के पास एकमात्र जवाब राष्ट्रीय संपत्ति को बेचना है।
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कांग्रेस कार्य समिति की बैठक इस मायने में अहम है कि पार्टी अध्यक्ष का चुनाव लंबे समय से लंबित है। कुछ महीने पहले कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के कारण अध्यक्ष के चुनाव को स्थगित कर दिया गया था, जो पहले जून महीने में प्रस्तावित था। सूत्रों का कहना है कि सीडब्ल्यूसी की इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर किसी तारीख या रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जा सकता है।
सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में पांच राज्यों में कुछ महीने के बाद होने वाले विधानसभा चुनावों (Assembly Election), मौजूदा राजनीतिक हालात के साथ ही लखीमपुर खीरी की घटना, किसान आंदोलन, बेरोजगारी, महंगाई तथा आर्थिक स्थिति पर चर्चा हो सकती है और कुछ प्रस्ताव भी पारित किए जा सकते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हो रही बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी और कई अन्य नेता शामिल हैं।
कांग्रेस के ‘जी 23’ समूह के नेताओं की ओर से पार्टी के भीतर संवाद की मांग किए जाने और हाल के महीनों में कई नेताओं के पार्टी छोड़ने की पृष्ठभूमि में यह बैठक हो रही है। पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल ने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने की मांग की थी।
आजाद ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्य समिति की तत्काल बैठक बुलाई जाए। सिब्बल ने भी पार्टी की पंजाब इकाई में मचे घमासान के बीच पिछले दिनों पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुलाकर इस स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए तथा संगठनात्मक चुनाव कराए जाने चाहिए।