Delhi Terrorist Arrest: 15 साल से दिल्ली में रह रहा था गिरफ्तार पाकिस्तानी आतंकी, जानें पूरा डिटेल

ताज़ा खबर राज्य राष्ट्रीय
SHARE

Delhi Terrorist Arrest: दिल्ली पुलिस (Delhi Police Special Cell) की स्पेशल सेल ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए दिल्ली में पाकिस्तान के एक आतंकी (Pakistani terrorist) को गिरफ्तार किया है। राजधानी के लक्ष्मी नगर (Lakhmi nagar) से आतंकी का नाम मोहम्मद अशरफ अली की गिरफ्तारी हुई है।

आतंकी का नाम मोहम्मद अशरफ अली (Mohammad Ashraf Ali) बताया जा रहा है, जो 15 साल से दिल्ली में रह रहा था और उसने यहां शादी भी रचाई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोगों को ध्यान भटकाने के लिए वह छोटे-मोटे काम करता था।
उस पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम, आर्म्स एक्ट और अन्य प्रावधानों के प्रासंगिक प्रावधान के तहत मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल वह दिल्ली के लक्ष्मी नगर के रमेश पार्क इलाके (Ramesh park area) में रह रहा था। पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार कर उसके घर की तलाशी ली तो वहां से कई तरह के हथियार बरामद हुए हैं।

क्या-क्या हुआ है बरामद :

उसके पास से फर्जी पासपोर्ट (Fake Passport) के साथ ही AK-47, हैंड ग्रेनेड और पिस्टल समेत कई हथियार भी बरामद किए गए हैं। इससे पहले खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली थी कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) भारत में हमलों की साजिश रच सकती है।

इसी के बाद अलर्ट जारी किया गया था और सुरक्षा बढ़ाई गई थी। त्योहारों से ठीक पहले दिल्ली में पाकिस्तान आतंकी की गिरफ्तारी को बड़ी साजिश का भंडाफोड़ माना जा रहा है।

अब तक की जानकारी के मुताबिक, मोहम्मद अशरफ अली पाकिस्तान के पंजाब का रहने वाला है। वह भारत में अली अहमद नूर (Ali Ahmad Noor) के नाम से रह रहा था। उसने फर्जी दस्तावेजों से भारतीय पहचान पत्र हासिल किया था। माना जा रहा है कि आतंकी स्थानीय लोगों की मदद से भारत में रह रहा था। अब उन लोगों की तलाश की जा रही है, जिन्होंने आतंकी की मदद की।

दिल्ली पुलिस ने क्या कहा :

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाह (Pramod Kushwah) ने कहा कि आतंकी असरफ भारतीय पहचान का उपयोग करते हुए 10 साल से अधिक समय से भारत में रह रहा था। प्रारंभिक जांच में स्लीपर सेल (Sleeper Cell) के रूप में उसकी संलिप्तता का पता चला, जो विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। वहीं, गिरफ्तार आतंकी अशरफ अली के मकान मालिक उजैब ने कहा कि वह यहां छह महीने तक रहा। उसके जाने के बाद हम उसके संपर्क में नहीं थे। जरूरत पड़ी तो हम पुलिस का सहयोग करेंगे।

पुलिस विभाग के अनुसार, दिल्ली पुलिस को त्योहारी सीजन (Festiv season) के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में आतंकवादी हमले (Terrorist attack) की योजना के बारे में इनपुट मिला था।
बता दें कि 29 अक्टूबर 2005 में दिवाली (Diwali) से 2 दिन पहले आतंकियों ने राजधानी दिल्ली 3 अलग-अलग जगहों पर बम धमाके किए। 2 धमाके सरोजिनी नगर (Sarojini nagar) और पहाड़गंज (Pahadganj) जैसे मुख्य बाजारों में हुए, जबकि तीसरा धमाका गोविंदपुरी (Govindpuri) में एक डीटीसी बस (DTC Bus) में हुआ था। इसमें करीब 63 लोग मारे गए और 210 लोग घायल हुए थे।

इसके बाद दिल्ली पुलिस आयुक्त (Delhi Police Commissioner) राकेश अस्थाना (Rakesh Asthana) ने शनिवार को शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की थी और इनपुट के मद्देनजर आतंकवाद विरोधी उपायों पर चर्चा की थी। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने इस बात पर भी चर्चा की थी कि आतंकवादियों को स्थानीय लोगों का समर्थन लेने से कैसे रोका जाए।
दिल्ली पुलिस को त्योहारी सीजन के दौरान दिल्ली में आतंकवादी हमले के इनपुट मिले हैं। दिल्ली पुलिस ने त्योहारों के मौसम को देखते हुए राजधानी के बाजारों और मॉल (Mall) सहित भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा (Security extended) बढ़ा दी है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अधिक भीड़ और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त ‘पिकेट’ तैनात की जा रही हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *