Uttarpradesh News: मां-पापा अब आप दोनों आजाद हो, दो बच्चों की चिट्ठी पढ़ लोगों की आंखों से निकल जा रहे आंसू

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कानपुर देहात। मां और पापा अब आप दोनों आजाद हो, आप दोनों लोगों पर अब दो बच्चों की जिम्मेदारी नहीं है। हम दोनों यह कदम नहीं उठाना चाहते थे, लेकिन हालात ऐसे हैं कि यह कदम उठाना पड़ रहा है। आप दोनों से विनती है कि हम लोगों के जाने के बाद अब आप दोनों आपस में झगड़ा न करना…। यह पत्र पढ़कर लालाराम और सावित्री परेशान हो गए तो पड़ोसियों की आंखों से आंसू आ गए। दंपती और पड़ोसी भी 15 वर्षीय बेटी प्रिया और 14 वर्षीय बेटे नैतिक को तलाशने के लिए घर से निकल पड़े। रिश्तेदारी व दोस्तों के यहां तलाशने के बाद रात 10 बजे दंपती ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। कल्याणपुर थाना प्रभारी वीर सिंह ने बताया कि बच्चों की तलाश में पुलिस की दो टीमें लगाई गई हैं।
मां और पापा अब आप दोनों आजाद हो… इस इबारत से लिखा गया दो मासूम बच्चों का पत्र पढ़ने वाले हर शख्स की आंखों में आंसू भर दे रहा है। घर छोड़कर जाने वाले मासूम बेटे और बेटी का यह पत्र पढ़कर कल्याणपुर मकड़ीखेड़ा में रहने वाले लालाराम और उनकी पत्नी सावित्री के होश उड़ गये बल्कि पड़ोसी भी सन्न हैं। दोनों बच्चों की तलाश करके थक चुके दंपती ने पुलिस को सूचना देकर गुहार लगाई है, कलेजे के टुकड़े बिछडने से मां का रो रोकर हाल बेहाल है तो पिता भी बदहवास हो गया है। यह घटना उन अभिभावकों के लिए भी एक सबक की तरह है, जो घर में बच्चों के सामने झगड़ते हैं और बच्चों को बीच में लाकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहते हैं।

कानपुर देहात के रसूलाबाद कहजरी निवासी लालाराम गुजरात के कोल्ड स्टोरेज में नौकरी करते थे। परिवार में पत्नी सावित्री और दो बच्चे 15 वर्षीय बेटी प्रिया और 14 वर्षीय बेटे नैतिक हैं। वह कल्याणपुर मकड़ीखेड़ा में किराए के मकान पर रहते है। लॉकडाउन के चलते तीन महीने पहले लालाराम की नौकरी छूट गई थी। आमदनी बंद होने के चलते लालाराम परेशान थे। घरेलू खर्चों को लेकर दंपती में विवाद होने लगा। लालाराम बच्चों को लेकर गांव जाना चाहता थे, लेकिन दोनों बच्चे गांव जाने जाने के लिए तैयार नहीं थे। इसी बात को लेकर आए दिन झगड़ा होता था। रविवार दोपहर गांव जाने की जिद पर अड़े लालाराम का उसकी पत्नी से झगड़ा हो गया। रोज-रोज के झगड़े से तंग आकर दोनों बच्चों ने माता-पिता के नाम पर पत्र लिख घर पर छोड़ दिया।