राम, कृष्ण और बाबा विश्वनाथ से ही जाना जाएगा यूपी, CM योगी बोले-यहां की धरती से तालिबान को सिर चढ़ाने की छूट नहीं

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वाराणसी। उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनावों के पहले बीजेपी प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर रही है। पार्टी ने शिक्षक दिवस के मौके पर 18 महानगरों में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन की शुरुआत की है। यह सम्मेलन 20 सितंबर तक प्रदेश की 403 विधानसभाओं में आयोजित किया जाएगा।

पहले दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी कैंट विधानसभा क्षेत्र में सम्मेलन की शुरुआत की। यहां उन्होंने मुजफ्फरनगर महापंचायत पर तंज कसा और कहा कि किसान खुश हैं मगर उनके नाम पर दलाली करने वाले परेशान हैं।

उन्होंने अब्बाजान का मुद्दा फिर से उठाया। बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा कि मुस्लिम वोट की ख्वाहिश रखने वालों को अब्बाजान से परेशानी क्यों है। सीएम योगी ने कहा कि मुस्लिम वोट चाहिए लेकिन अब्बाजान से परहेज है। वो लोग कल तक राम को नकारते थे और आज कहते हैं कि हमारे भी हैं।

उन्होंने बिना किसी का नाम लिए तंज किया कि यूपी में धरती पुत्र आए और बेदखल हो गए। किसानों के लिए कुछ नहीं किया। भाजपा की सरकार ने किसानों की हित में काम किए, चीनी मिलों से बकाया गन्ना भुगतान कराया। वर्षों से लटकी बाढ़ सागर परियोजना के पूरा होने से किसानों को इसका लाभ होगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ वाराणसी के कमच्छा स्थित बीएचयू के शिक्षा संकाय के चाणक्य सभागार में कैंट विधानसभा क्षेत्र के प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एक समय था जब दुनिया भर में लोग काशी, आयोध्या और मथुरा आने में संकोच करते थे। मगर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में मंदिर निर्माण में प्रत्यक्ष मौजूद रहकर दुनिया के सामने भारत के एजेंडे को रखा।

उन्होंने कहा, “दुनिया में यूपी की छवि दंगा प्रदेश, भ्रष्टाचार सहित खराब माहौल से रहने लायक नहीं थी। यूपी का नाम सुनकर कई योग्य नौजवानों को बाहर का रास्ता दिखाया जाता था। मगर, सबकी सामूहिकता का परिणाम है कि यूपी ने दुनिया में छवि बदली है। आने वाले पांच साल में यूपी की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय प्रति व्यक्ति आय से ज्यादा होगी।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारें 1947 से चल रही हैं मगर, उनका एजेंडा तय नहीं हो पाता था। उत्तर प्रदेश में प्रयागराज कुंभ का सनातन परंपरा के अनुसार आयोजन और काशी में प्रवासी भारतीय सम्मेलन ने हमारी मंशा को जाहिर किया। सरकार की नीयत से ही उसकी भावी योजनाओं का पता लगता है।