छपरा। कहा गया है कि ‘पूत सपूत तो क्या धन संचय-पूत कपूत तो क्या धन संचय,’ यानि पुत्र अगर सपूत हो तो धन बटोरने की जरूरत नहीं पड़ेगी और पुत्र अगर कपूत हो तो धन बटोरना व्यर्थ हो जाएगा। हालांकि कलयुग में पुत्र-पिता के रिश्ते अक्सर शर्मसार हो रहे हैं।
जिस पिता ने अपनी सारी जवानी को रोजगार की भट्ठी में जलाकर जिन बेटों को पाल पोस कर बड़ा किया और सारी जमा पूंजी देकर उन्हें जीवन के रास्ते पर चलना सिखाया, उन्हीं बेटों ने आज कलियुगी पुत्र की भूमिका में आकर बूढ़े पिता को उसी किक्रेट खेलने वाले बैट से धुन दिया, जिसे सँभवतः पहली बार पिता ने ही लाकर दी होगी।
मामला जिले के मशरक प्रखंड का बताया जा रहा है। मशरक थाना क्षेत्र के पश्चिम टोला गांव से शिवजी सिंह को गंभीर रूप से घायलावस्था में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां घायल की गंभीर स्थिति देख ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ पवन कुमार भारती ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल छपरा रेफर कर दिया।
बुरी तरह से घायल वृद्ध पिता ने बताया कि उनको दो पुत्र हैं, जो उनकी देखभाल नहीं करते। बराबर मारपीट करते रहते हैं। उनसे परेशान होकर वे गांव में ही आंगनवाड़ी केन्द्र में रहकर गुजारा करते हैं और दूसरे के यहां खाना खाते हैं। वे पेशे से चालक रहे हैं। अब उम्र बढ़ गई है तो वाहन नही चल पाता है लेकिन बेटों के द्वारा जबरदस्ती वाहन चलाने के लिए बोला जाता है।
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गुरूवार की शाम पैसे के अभाव में पहले से खरीदे ईट को बेच दिया जिसे उठाने के दौरान दोनों बेटों के द्वारा मारपीट की गई। फिर घर के अंदर कमरें में बंद कर बैट से जमकर पिटाई की गई। उनके रुपए भी छीन लिए। घटना की सूचना ग्रामीणों द्वारा पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंचे स्थानीय थाने की पुलिस ने वृद्ध को ग्रामीणों के सहयोग से इलाज के लिए सीएचसी मशरक में भर्ती कराया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।