छपरा। मिशन मोड में चलाए जा रहे कोविड टीकाकरण अभियान में धर्मगुरुओं और निवर्तमान प्रधानों की जोड़ने की मुहिम का असर दिखने लगा है। कोविड वैक्सीनेशन में कमी के चलते अब प्रशासन ने इसे मिशन मोड पर ले लिया है। इसके तहत धर्मगुरुओं और जनप्रतिनिधियों को मिशन में शामिल किया गया है। अब शहर व ग्रामीण क्षेत्र में मस्जिद के इमामों के द्वारा कोविड टीकाकरण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। मस्जिद में नामाज के समय ऑडियो के माध्यम से जागरूकता का संदेश दिया जा रहा है तो वहीं शहर के कई इमाम व धर्मगुरू विडियो के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहें है।
टीका ही सुरक्षित रहने का एकमात्र उपाय है। कोविड के अनुकूल हमें व्यवहार करना है। यह मानना है कि यह वायरस खतरनाक है। सबके सहयेाग से ही इसे जीतना है और पूर्ण टीकाकरण के बाद ही आम जनजीवन को सामान्य बनाया जा सकता है। कोरोना महामारी के खिलाफ जारी जंग में अभी हमारी जीत अधूरी हैं। जिलेभर के शत-प्रतिशत नागरिक कोविड-19 वैक्सीनेशन करा लेते हैं, तो महामारी से लड़ाई में हमारी जीत पूरी मानी जायेगी।

महामारी से बचाव के लिए जरूरी है कोविड का टीका:
कोरोना महामारी से बचने के लिए टीका बहुत जरूरी है। वैक्सीन लेने के बाद स्वास्थ्य पर किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। कोरोना का टीका अवश्य लगवानी चाहिए, टीका से किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं है। वैक्सीन से मोहम्मद वली उल्लाह कादर, शहर के काजी

महामारी से बचाव का एकमात्र बेहतर विकल्प टीकाकरण है। इस विषम परिस्थिति में परिवार एवं समाज को सुरक्षित रखने के लिए भ्रामक बातों से उपर उठकर सभी लोगों को टीका लगवानी चाहिए। मुस्लिम समाज को किसी भी प्रकार के भ्रामक अफवाह में नहीं आना चाहिए। 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोग टीकाकरण केंद्र पर जाकर टीका लें- मौलाना निसार अहमद मिस्बाही, सरवराह दारुल उलूम नई मिया जामा मस्जिद साहेबगंज, छपरा

कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव का एकमात्र कारगर उपाय कोविड-19 वैक्सीन ही हैं इसके इस्तेमाल से ही हम कोरोना जैसे जानलेवा ख़तरनाक वायरस से लड़ सकते हैं एवं अपने गाँव शहर राज्य एवं देश को सुरक्षित रख सकते है।कोविड वैक्सीन को लेकर किसी भी तरह की ग़लतफ़हमी का शिकार नहीं हो। कोविड टीका पूर्णरूप से सुरक्षित भरोसेमंद एवं कारगर हैं।समाज में जागरूकता पैदा कर ज़िले के प्रत्येक व्यक्ति को टीका लगवाने का कार्य सुनिश्चित करें ये हम सब की नैतिक ज़िम्मेवारी हैं- आफ़ताब आलम खान, हाजी, ब्रहम्पुर छपरा

जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि धर्मगुरुओं को समाज का मार्गदर्शक बताते हुए कहा कि समाज के लोग गुरुओं से जुड़ते हैं, सलाह मशविरा करते हैं, पूछते हैं चूंकि उनके बड़े- बुजुर्ग हैं। इसलिए सभी धर्मगुरुओं को नेतृत्व लेने की जरूरत आ गई है। अब वह समय आ गया है जब समाज व सोसायटी के लीडर आगे आएं जो समाज को एक सही दिशा व रास्ता दिखा सकें। समाज में गुरुओं का स्थान महत्वपूर्ण है। इस लिए कोविड टीकाकरण के प्रति फैली अफवाहों व भ्रांतियों को दूर करने के लिए मस्जिद इमाम जागरूक कर रहें है।